उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में मौसमी परिदृश्य बदला है और जम्मू कश्मीर से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक मौसम फिलहाल शुष्क और साफ रहने की संभावना है। इससे पहले एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान तक पहुंचा था जिससे उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में व्यापक रूप में बारिश और हिमपात दर्ज की गई। भारी वर्षा और बर्फबारी से अधिक प्रभावित राज्यों में जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश रहे जबकि उत्तराखंड में मौसमी गतिविधियां कुछ स्थानों पर और मध्यम रहीं।
स्काइमेट के अनुसार उत्तर भारत में बना पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में आगे निकल गया है। इसके आगे निकलने से उत्तर के पहाड़ों से ठंडी और शुष्क हवाएँ चलना शुरू हो गई हैं। पहाड़ों से यह बर्फीली हवाएँ उत्तर भारत के मैदानी राज्यों तक पहुँच रही हैं। इन भागों में गर्म और उमसभरी दक्षिणी हवाओं के बदले उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएँ चलने से आसमान पूरी तरह से साफ हो गया है। वातावरण में नमी भी घट गई है। इन ठंडी हवाओं की सबसे बड़ी विशेषता यह मान सकते हैं कि इससे पारा गिरा है और दिल्ली सहित मैदानी राज्यों में एक बार फिर से ठंड बढ़ गई है।
उत्तर और उत्तर-पश्चिम से आने वाली ठंडी तथा शुष्क हवाओं के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में तापमान में गिरावट आई है। अनुमान है कि रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है। जबकि अगले 48 घंटों के दौरान दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। आगामी 2-3 दिनों के दौरान उत्तर के मैदानी राज्यों में आसमान साफ और मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा। सुबह और रात के समय ठंड का प्रभाव एक बार फिर से बढ़ जाएगा।
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