मॉनसून 2019 ने मुंबई को पहले जून में तरसाया उसके बाद जुलाई में इसी मॉनसून ने देश की आर्थिक राजधानी पर कहर बरपाया। कुछ वही स्थिति अगस्त की शुरुआत से ही मुंबई और इसके उपनगरों में देखने को मिल रही है। बीते 3 दिनों से मुंबई और आसपास के अधिकांश इलाकों पर मूसलाधार वर्षा हो रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पश्चिमी तटों पर मॉनसून सर्ज सक्रिय बनी हुई है।
शनिवार सुबह 8:30 बजे से रविवार सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों के दौरान बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो मुंबई और आसपास के इलाकों में अथाह बारिश हुई है। इस दौरान माथेरान में 440 मिमी, अलीबाग में 411 मिमी, ठाणे में 342, बुलसर में 178 मिमी और रत्नागिरी में 154 मिलीमीटर की भीषण बारिश हुई है। मुंबई के सांताक्रूज में महज़ 21 घंटों में 178 मिलीमीटर की भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
लगातार जारी मूसलाधार वर्षा के कारण मुंबई और इसके उप-नगरीय इलाकों में जनजीवन पटरी से उतर गया है। रेल सड़क और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून पश्चिमी तटों के पास अरब सागर में व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा जिसके चलते अगले 24 घंटों तक महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में दहानू से लेकर थाने, मुंबई, अलीबाग, रत्नागिरी, महाबलेश्वर तक भीषण बारिश जारी रहने की संभावना है। उसके बाद बारिश में कुछ कमी आएगी लेकिन मध्यम से भारी वर्षा उसके उपरांत भी जारी रहेगी।
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यानि अगले 24 घंटों तक भारी बारिश मुंबई के लोगों का पीछा नहीं छोड़ने वाली। क्योंकि अरब सागर से आर्द्र हवाओं का फ्लो महाराष्ट्र के तटीय भागों पर बना रहेगा।
मुंबई में थोड़े-थोड़े अंतराल पर मॉनसून का उग्र रूप देखने को मिल रहा है जिसके कारण जून में जहां बारिश में भारी कमी थी वहीं 3 अगस्त तक के आंकड़े बताते हैं कि यह सामान्य से 22% ऊपर पहुंच गई है। अब तक मुंबई में 1600 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है जो सामान्यतः इस अवधि में 1300 मिलीमीटर के आसपास होती है।
Image credit: The Indian Express
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