सफ़ेद चादर में लिपटी वादियों में क्रिसमस मनाने के लिए देश भर से सैलानी उत्तर भारत के पहाड़ों का रूख करते हैं। आमतौर पर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर क्रिसमस के मौके पर बर्फ पड़ती है जो इन भागों में आने वाले पर्यटकों के लिए रोमांच से भरपूर है। हालांकि इस बार शायद ऐसा ना हो। इस समय जो मौसमी परिदृश्य है उसके अनुसार 24 दिसम्बर की शाम और 25 दिसम्बर को पहाड़ों पर मौसम शांत रहेगा शुष्क रहेगा और इन भागों में गिरती हुई बर्फ के बीच क्रिसमस का उत्सव मनाने के उद्देश्य से यहाँ आने वालों को निराशा हाथ लगेगी।
इस समय एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी भागों की तरफ आता दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भागों में 22 और 23 दिसम्बर को कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी दर्ज की जाएगी। इसी दौरान उत्तरखंड के पहाड़ों पर भी एक-दो जगह हिमपात होने के आसार हैं।
हालांकि 23 दिसम्बर से मौसमी गतिविधियां कम होने लगेंगी और बुधवार को उत्तर के पहाड़ी भागों पर एक-दो जगहों पर ही वर्षा और हिमपात देखने को मिलेगी। पश्चिम से आने वाला यह मौसमी सिस्टम 24 दिसम्बर को आगे निकल जाएगा जिससे उत्तर भारत के तीनों पर्वतीय राज्यों में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा।
पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकल जाने के बाद उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में इसका असर ठंडी हवाओं के रूप में देखने को मिलेगा। दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में 22 और 23 दिसम्बर को सर्दी कुछ कम होगी लेकिन 24 दिसम्बर से उत्तर और उत्तर-पश्चिम से सर्द हवाओं का प्रवाह बढ़ने के साथ ही इन भागों में तापमान में गिरावट का क्रम फिर से शुरू हो जाएगा और सर्दी बढ़ जाएगी। पारा कम होने से कुछ भागों में शीतलहर के हालत बनेंगे।
मौसमी आंकलन का निष्कर्ष यह है कि इस बार क्रिसमस दिवस बिना बर्फ के ही बीतेगा। हालांकि पहाड़ों पर बर्फ की चादर तनी रहेगी लेकिन गिरती हुई बर्फ के साथ क्रिसमस का उत्सव मनाने का मौका इस बार नहीं मिलेगा। हालांकि सर्दी अपने चरम पर रहेगी। बर्फ भले ही ना पड़े लेकिन आप पूरे उत्साह के साथ क्रिसमस का आनंद उठाएँ।
Image Credit: Amar Ujala