[Hindi] दिल्ली सहित उत्तर के मैदानी राज्यों में तपती गर्मी से जल्द राहत नहीं

March 31, 2017 5:57 PM | Skymet Weather Team

राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बीते कई दिनों से भीषण गर्मी जारी है। उत्तर भारत में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ भी मैदानी राज्यों का मौसम बदलने में नाकाम रहे हैं। इस समय पाकिस्तान के मध्य भागों और राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों से आने वाली शुष्क और गर्म हवाओं के तेज़ प्रवाह के चलते तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है और मौसम लगातार गर्म होता गया है। चिलचिलाती धूप भी तापमान में बढ़ोत्तरी के मुख्य कारणों में से एक है।

वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार सूरज के तेज़ में कमी और भीषण रूप से जारी गर्मी से जल्द राहत की संभावना फिलहाल नहीं है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजधानी दिल्ली के अलावा उत्तर-पश्चिमी भारत के अन्य भागों पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 4 अप्रैल तक तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला यूं ही जारी रह सकता है। तापमान अगले 2-3 दिनों में नई ऊंचाई पर पहुँचते हुए नया रिकॉर्ड कायम कर सकता है।

इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ 3 अप्रैल की शाम तक उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों के करीब पहुँचने वाला है। यह सिस्टम 4 अप्रैल से जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के मौसम को प्रभावित करना शुरू करेगा। इन राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते 4-7 अप्रैल के बीच अच्छी बारिश होने की संभावना है।

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती क्षेत्र हवाओं में विकसित होगा। यह दोनों सिस्टम क्रमशः पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेंगे जिससे पंजाब से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक 5 अप्रैल को बादलों का प्रभाव बढ़ता हुआ दिखाई देगा। स्काइमेट का अनुमान है कि पंजाब के लगभग सभी भागों, उत्तरी हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 5 अप्रैल को कुछ जगहों पर गरज और हवाओं के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। राजधानी दिल्ली में भी इस दौरान छिटपुट जगहों पर हल्की वर्षा के आसार हैं।

यानि राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में अगले 3-4 दिनों तक इस भीषण गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। अनुमान है कि बारिश के बाद उत्तर-पश्चिमी शीतल हवाओं के प्रभाव से 5 या 6 अप्रैल से तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी और भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।

Image credit: Rediff.com

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।

 

 

OTHER LATEST STORIES