दक्षिण पश्चिम मॉनसून पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के भागों पर जोरदार बना हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान, कोंकण के तटीय इलाकों में बेहद भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। मध्य महाराष्ट्र के मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भी भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है । इस बीच, विदर्भ और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
स्काईमेट के पास उपलब्ध वर्षा के आंकड़ों के अनुसार, जोरदार मॉनसून के कारण महज़ 24 घंटों के अंतराल में माथेरान में 440 मिमी दर्ज की गई है। शनिवार सुबह 08:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान, अलीबाग में 411 मिमी, ठाणे में 342 मिमी, महाबलेश्वर में 306 मिमी, रत्नागिरी में 154 मिमी, नासिक में 99 मिमी, वेंगुरला में 93 मिमी, जलगाँव में 52 मिमी, कोल्हापुर में 51 मिमी, सतारा में 49 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
देश भर का पूर्वानुमान जानने के लिए देखें विडियो:
अब, दक्षिणी महाराष्ट्र से लेकर केरल तट तक अप तटीय ट्रफ रेखा के मजबूत बहाव और विस्तार के कारण, कोंकण तट पर मॉनसून की स्थिति अगले 18 से 24 घंटों के दौरान जोरदार बने रहने की संभावना है।
विदर्भ के हिस्सों में अगले 24 घंटों के बाद, वर्षा की गतिविधियाँ बढ़ेंगी क्योंकि बंगाल की खाड़ी के भागों पर एक निम्न दवाब क्षेत्र बनने की संभावना है। यह प्रणाली देश के मध्य भागों में घूम रही होगी, इसलिए विदर्भ के हिस्सों में मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की जाएगी। यह गतिविधियाँ अगले तीन से चार दिनों के लिए होने की संभावना है। इस समय तक, कोंकण तट, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के हिस्सों में बारिश देखी जा रही है।
मुंबई, ठाणे, पुणे, सांताक्रूज, रत्नागिरी, हरनाई, कोलाबा, दहानू, जैसे स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जाएगी। जबकि नागपुर, चंद्रपुर, बीड, लातूर, जलगाँव, अमरावती, यवतमाल, नांदेड़ में अगले 24 घंटों के लिए गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। इस बीच, औरंगाबाद और नासिक में मध्यम बारिश होगी। वहीँ, भारी बारिश के कारण वेस्ट कोस्ट के साथ कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति देखी जा सकती है। जबकि, महाराष्ट्र के पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की भी संभावना है।
Also Read In English: Vigorous Monsoon triggers more than 400 mm rain in Matheran and Alibag in just 24 hours, more showers likely
3 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र में 41 प्रतिशत बारिश अधिशेष है, जबकि मराठवाड़ा में अभी भी 19 प्रतिशत की कमी है। इस दौरान, विदर्भ में बारिश की कमी में सुधार हुआ है और इस समय यहां बारिश में केवल 3 प्रतिशत की कमी रह गई है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी भारी वर्षा के कारण, कोंकण और गोवा के वर्षा अधिशेष में और सुधार की उम्मीद है।
Image Credit: Hindustan Times
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।