बंगाल के उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे ओडिशा के तटीय भागों पर पर कल यानि 23 अगस्त को एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र बने होने के प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान तटीय क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। यह मौसमी प्रणाली ऊंचाई के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिमी दिशा की ओर झुक रही है।
इसके अलावा, मानसून की अक्षीय रेखा भी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के मध्य भागों से होते हुए बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी की ओर बढ़ रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश देखी गई है। इस दौरान, सुंदरगढ़ में 63 मिमी, संबलपुर में 48 मिमी, माना में 31 मिमी और जगदलपुर में 34 मिमी की अच्छी मॉनसूनी बारिश रिकॉर्ड हुई है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि, इन दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ अधिकांश स्थानों पर मध्यम तीव्रता वाली बारिश होगी। यह बारिश मध्यम आकाशीय बिजली से जुड़ी होगी। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अगले 48 घंटों के दौरान स्थिति यही रहेगी और इसके बाद बारिश में कमी आनी शुरू हो जाएगी।
हमारा अनुमान है कि, ओडिशा के उत्तरी भागों और उससे सटे आसपास के छत्तीसगढ़ के हिस्सों में भारी बारिश की देखी जा सकती हैं। राज्य के कटक, बारीपदा, क्योंझरगढ़, फूलबानी, सुंदरगढ़, अंबिकापुर, पेंड्रा और रायपुर जैसे स्थानों पर भारी बारिश की गतिविधियां संभव है।
Also, Read In English: Low Pressure to give heavy rains in Cuttack, Sundergarh, Ambikapur, Raipur during next 48 hrs
अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के लिए मॉनसूनी वर्षा पहले से ही सामान्य है। जहां ओडिशा में बारिश की कमी 4 प्रतिशत है वहीं छत्तीसगढ़ के लिए कमी का आंकड़ा 3 प्रतिशत रह गया है। बता दें कि, +/- 19 प्रतिशत बारिश का सामान्य सीमा है। आगामी संभवतः बारिश के बाद उम्मीद है कि बारिश का स्तर सामान्य निशान को छू सकते हैं और यहां तक कि उससे आगे भी जा सकते हैं।
Image Credit: India Today
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें ।