भारत के उत्तर-पश्चिमी मैदानी भागों, पूर्वी भागों सहित मध्य भागों में भी बीते कुछ दिनों से पूर्वी हवाएं प्रभावी हैं। यह हवाएं ठंडी और आर्द्र थीं। जिसके कारण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश सहित छत्तीसगढ़ के कुछ भागों के तापमान में कुछ कमी दर्ज की गयी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर प्रदेश से झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। इसके कारण उत्तर-पश्चिमी मैदानी और मध्य भारत के अधिकांश भागों में पश्चिम से आ रही उत्तर-पश्चिमी हवाएं प्रभावी होने के आसार हैं।
जिसके कारण राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा के भागों और पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में तापमान बढ़ने की संभावना है। ऐसे में पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान, विदर्भ, पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धीरे-धीरे लू का क़हर देखने को मिल सकता है।
राजस्थान के चूरू में कल यानि 04 जून को पूरे भारत का सबसे अधिक तापमान 48 डेग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा कोटा में पारा 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में तापमान 1-2 डिग्री बढ़ने की संभावना है।
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इसके अलावा विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश और राजस्थान में एक-दो स्थानों पर धूलभरी आंधी चलने की संभावना है। वहीं दक्षिणी छत्तीसगढ़ और इससे सटे हुए विदर्भ के भागों में बारिश होने के आसार हैं।
Image Credit: The Quint
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