मध्य भारत के कई इलाकों में लंबे समय से लू का प्रकोप जारी है। विदर्भ, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के कई स्थानों पर तापमान 45 डिग्री के स्तर को भी पार कर रहा है। ब्रह्मपुरी में अधिकतम तापमान 47.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह चंद्रपुर में 47.4 डिग्री, नागपुर में 46.2 डिग्री, बूंदी में 46.0 डिग्री, वर्धा में 45.8 डिग्री, अदीलाबाद में 45.1 डिग्री और परभनी तथा सवाई माधोपुर में 45.0 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।
उत्तर-पश्चिम भारत में आए मौसमी बदलाव का भी असर मध्य भारत में दिख रहा है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में प्री-मॉनसून वर्षा की गतिविधियां बंद हो गई हैं जिससे दक्षिणी सिंध और बलूचिस्तान से बेहद गर्म और शुष्क पश्चिमी तथा उत्तर-पश्चिमी हवाएँ मध्य भारत तक पहुँच रही हैं। इन हवाओं के चलते मध्य भारत में गर्मी प्रकोप और बढ़ने वाला है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दक्षिणी राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ क्षेत्र में अगले 4-5 दिनों तक बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है। इसके चलते तापमान काफी ऊपर बने रहेंगे और इस सप्ताह तक गर्मी से राहत की कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है। यही नहीं राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ और इलाके भी लू चपेट में आ जाएंगे।
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विदर्भ के अधिकांश क्षेत्र पहले से ही लू की गिरफ्त में हैं। अगले 2-3 दिनों के दौरान यहाँ तापमान और बढ़ सकता है जिससे गर्मी जानलेवा रूप ले लेगी। इन स्थितियों को देखते हुए मध्य भारत के अधिकांश इलाकों में खुली धूप में गतिविधियों को बंद रखें। बाहर निकलते समय बदन को पूरी तरह से ढँक कर रखें। पानी अपने साथ लेकर निकले और धूप से बचने के लिए छतरी का इस्तेमाल करें।
इस बीच आपको बता दें कि विदर्भ और छत्तीसगढ़ में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान एक-दो स्थानों पर प्री-मॉनसून हलचल देखने को मिल सकती है। कहीं-कहीं बादलों की गरज के साथ हल्की बूँदाबाँदी या हल्की बारिश के भी आसार हैं। लेकिन मौसम में यह बदलाव अधिक राहत देने में नाकाम रहेगा।
Image credit: Desh Gujarat
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