उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी राज्यों में आमतौर पर जब भी कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आता है तब न्यूनतम और अधिकतम तापमान बढ़ जाते हैं। हालांकि बारिश और बर्फबारी की गतिविधियों के दौरान दिन के तापमान में कमी जरूर आती है। लेकिन रात के तापमान में जब तक मौसमी हलचल जारी रहती है तब तक गिरावट देखने को नहीं मिलती। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पिछले लगभग 2 हफ्तों से दिन का तापमान सामान्य से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। रात के तापमान में भी अधिकांश जगहों पर बढ़ोतरी दर्ज की गई है यहां तक कि तापमान जिस स्तर पर पहुंचा उस स्तर पर आमतौर पर मार्च के पहले पखवाड़े में दर्ज किया जाता है। यही कारण है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत के तमाम मैदानी शहरों में दिन के तापमान में नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।
लेकिन अब स्थितियां बदल रही है पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और लद्दाख को पार कर पूर्वी दिशा में चला गया है। पहाड़ों पर मौसमी हलचल लगभग बंद हो गई है। उम्मीद है कि अब ठंडी हवाएं उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से मैदानी इलाकों की तरफ चलेंगी जिसके प्रभाव से न सिर्फ पश्चिमी हिमालयी राज्यों में बल्कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ भागों में तापमान नीचे जाएगा।
इन सभी भागों में पहले से ही हवाओं का रुख बदल गया है जिससे बीते 24 घंटों के दौरान तापमान में हल्की कमी आई है। हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों तथा उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ भागों में तापमान में 4-5 डिग्री सेल्सियस तक की बड़ी गिरावट हुई है। अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों तक उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाओं का प्रभाव रहेगा जिसके कारण उत्तर पश्चिम भारत के साथ-साथ मध्य भारत के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान इसी तरह से और नीचे जाएगा।
तापमान में बड़ी गिरावट के चलते अमृतसर, जालंधर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, मोगा, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, रेवाड़ी, जयपुर, चूरू, गंगानगर, दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और आसपास के भागों में सुबह की सर्दी एक बार फिर वापसी कर सकती है।
लेकिन सर्दी का यह सिलसिला लंबे समय तक जारी नहीं रह पाएगा क्योंकि एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 2 या 3 मार्च को पश्चिमी हिमालयी राज्यों पर दस्तक दे सकता है जिससे पहाड़ों पर न्यूनतम तापमान दोबारा बढ़ जाएगा। हालांकि मैदानी राज्यों में इस सिस्टम का प्रभाव अगले चार-पांच दिनों तक नहीं दिखेगा जिससे हम उम्मीद कर सकते हैं कि 4-5 मार्च तक दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत के शहरों में सुबह और रात के समय मौसम में सर्दी की वापसी हो जाएगी।
Image credit:
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।