राजस्थान ऐसा राज्य है जहां मानसून आखिर में दस्तक देता है और सबसे पहले विदा हो जाता है। यही कारण है कि राज्य में शायद ही कभी मानसूनी बारिश ज्यादा दिनों तक रहती हो, क्योंकि आमतौर पर यहां मानसून दो महीने से कम समय के लिए ही सक्रिय रहता है।
राजस्थान को दो भागों में बांटा जा सकता है, पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान और इन दोनो में से पश्चिमी हिस्से में सबसे कम बारिश होती है, जबकि दूसरी ओर, पूर्वी राजस्थान में ठीक- ठाक मानसूनी बारिश देखने को मिलती है।
जून के महीने में राज्य में अच्छी बारिश हुयी। पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान, दोनों में ही सामान्य से 60 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गयी। वास्तव में, जुलाई के शुरूआती दिनों को छोड़कर, ये महीना भी राज्य के लिए अच्छा रहा।
पूर्वी राजस्थान में पश्चिमी राजस्थान की तुलना में अधिक बारिश हुयी और पिछले दिन भी ऐसा ही देखने को मिला। मंगलवार को सुबह 08:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान जयपुर में सबसे ज्यादा 85 मिमी बारिश दर्ज की गयी। इसके बाद सीकर में 59 मिमी, पिलानी में 41 मिमी, चित्तौड़गढ़ में 37 मिमी, भीलवाड़ा में 14 मिमी, बूंदी में 5 मिमी, कोटा में 3 मिमी, चुरु में 2 मिमी, अजमेर में 2 मिमी, वहीं उदयपुर में सिर्फ नाम मात्र के लिये, 0.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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अभी वेदर सिस्टम बंगाल की खाड़ी से पश्चिम दिशा की ओर उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश होते हुये राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है जिससे हालिया दौर की बारिश देखने को मिली है।
पूर्वी राजस्थान पहुंचने तक तो वेदर सिस्टम सक्रिय रहता है, लेकिन राज्य के पश्चिमी हिस्से तक पहुंचते-पहुंचते ये कमजोर पड़ जाता है। इसके अलावा अरब सागर और उसके आसपास के क्षेत्रों में विकसित होने वाली मौसम प्रणाली, जैसे की दक्षिण गुजरात के ऊपर बहने वाली चक्रवाती हवाएं भी, पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्रों की तुलना में, गुजरात और दक्षिण राजस्थान के मौसम को अधिक प्रभावित करती हैं।
कम मात्रा में बारिश होने के बावजूद, राज्य के दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गयी है। वर्तमान में, पश्चिम राजस्थान में बारिश अधिशेष 24 प्रतिशतहै, जबकि पूर्वी राजस्थान में 33 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुयी है।
अभी तक, हमारा पूर्वानुमान है कि राज्य के पूर्वी हिस्से में अगले 48 घंटों तक मध्यम बारिश जारी रहेगी। दूसरी ओर राज्य का पश्चिमी आधा हिस्सा, लगभग शुष्क बना रह सकता है।
इमेज क्रेडिट: my_Rajasthan
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