सोमवार को सुबह 08:30 बजे से अगले 24 घंटों के दौरान, पश्चिमी हिमालय के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश देखी गयी। सुंदरनगर में 74 मिमी, देहरादून में 57 मिमी, जम्मू में 56 मिमी, उत्तरकाशी में 53 मिमी, शिमला में 36 मिमी, कटरा में 22 मिमी, कुल्लू में 13 मिमी, नैनीताल में 11 मिमी, पहलगाम में 10 मिमी, पिथौरागढ़ में 9 मिमी, गुलमर्ग में 7 मिमी, बनिहाल में 6 मिमी, वहीं नहान में 6 मिमी बारिश देखने को मिली।
अब, उत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण उत्तर प्रदेश में मौजूद कम दबाव का क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा मानसून की अक्षीय रेखा उत्तर दिशा की तरफ परिवर्तित हो जायेगी।
मौसम प्रणाली में होने वाले इन बदलाव की वजह से ऐसी उम्मीद है की हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश तेज हो सकती है। जहां अगले 48 घंटों के दौरान हल्की बारिश के साथ कुछ जगहों पर तेज बारिश होने की उम्मीद है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में हल्की से सामान्य बारिश होगी।
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तेज बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने, भूस्खलन या बड़ी तादात में मिट्टी गिरने की घटनायें हो सकती हैं और बाढ़ आ सकती है। भारी बारिश की वजह से आने वाले दो से तीन दिन पश्चिमी हिमालय के इन इलाकों के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इसके बाद बारिश कम हो जाएगी, लेकिन ऐसा अनुमान है की उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इसके मद्देनजर आने वाले दिनों में लोगों को हमारी सलाह है कि उत्तर भारत की इन खूबसूरत पहाड़ियों की यात्रा पर जाने से बचें।
इसके अलावा ऐसी उम्मीद है कि माता वैष्णो देवी धाम पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इसलिए तीर्थयात्रियों को हिदायत दी जाती है कि हो सके तो इस दौरान वहां जाने से परहेज़ करें।
23 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में बारिश अधिशेष 11 प्रतिशत है, जबकि इसके विपरीत हिमाचल प्रदेश में 16 प्रतिशत वहीं उत्तराखंड में 14 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी है।
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