जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक, कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश और हिमपात देखा गया। इस का कारण है इस महीने का चौथा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ।
वर्तमान में, पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ गया है, लेकिन इसके अवशेष अभी भी उत्तराखंड के कुछ स्थानों तथा हिमाचल प्रदेश के एक दो जगहों पर अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश और बर्फबारी देंगे।
अगले 24 घंटों के दौरान एक और पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और कश्मीर के संपर्क में आने की संभावना है, परंतु ये मौसमी प्रणाली कमजोर होगी। इसलिए, हमें उम्मीद है कि पहाड़ियों में एक बार फिर बारिश और बर्फबारी शुरू होगी। लेकिन पहले के मुक़ाबले तीव्रता कम होगी।
हमारे मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हम 30 नवंबर तक हिमाचल प्रदेश और लद्दाख सहित जम्मू और कश्मीर के ऊपरी जिलों में हल्की बारिश और बर्फबारी की उम्मीद करते हैं। जबकि, 1 दिसंबर तक उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
इसके बाद, मौसम साफ हो जाएगा और अगले पश्चिमी विक्षोभ आने तक में महत्वपूर्ण अंतर होगा। इसलिए, हम कम से कम अगले तीन से चार दिनों के लिए किसी भी महत्वपूर्ण मौसम कि गतिविधि की उम्मीद नहीं करते हैं। अगले तीन से चार दिनों के दौरान जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के इलाकों में मौसम साफ रहेगा।
इन पश्चिमी विक्षोभों का असर उत्तरी मैदानी इलाकों में महसूस नहीं किया जाएगा। हालांकि, पहाड़ों में हाल ही में हुई बर्फबारी की गतिविधियां पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी लाएंगी। ये बर्फीली ठंडी हवाएँ उत्तर-पश्चिमी दिशा से बह रही हैं, जिनकी गति सीमा भी तेज़ होगी।
ताजा हिमपात के कारण आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में हिमस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए हम सैलानियों को हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर की ओर जाते समय सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।