[Hindi] अहमदाबाद, सूरत, वलसाड में जारी है बारिश; बाढ़ की आशंका गहराई

July 4, 2018 7:49 PM | Skymet Weather Team

दक्षिण पश्चिम मानसून ने 24 जून को गुजरात में दस्तक दी और 29 जून तक, यानि मुकर्रर वक़्त से पहले इसने पूरे राज्य को कवर कर लिया। मानसून के आगमन के बाद से राज्य में तीन बार अच्छी बारिश दर्ज की जा चुकी है।

राज्य में पहली बारिश, मानसून के आने के अगले दिन, यानि 25 जून को हुयी जब राज्य के दक्षिणी और तटीय इलाकों में कहीं भारी बारिश तो कहीं अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई, जिसके चलते राज्य में बाढ़ के हालात पैदा हो गये।

भारी बारिश का दूसरा दौर 29 जून को देखने को मिला, जिसने दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के हिस्सों को काफी हद तक प्रभावित किया। जबकि तीसरा और अब तक का आखिरी दौर 2 जुलाई को नज़र आया जिसने दक्षिण और मध्य गुजरात के अलावा सौराष्ट्र को बारिश से तरबतर कर दिया। हालांकि, इस दौरान राज्य के अन्य हिस्सों में अलग--अलग स्थानों पर बारिश की मौजूदगी आंशिक तौर पर ही दर्ज की गयी।

बीता हुआ दिन भी, गुजरात के अधिकांश हिस्सों में, जिसमे कुछ आंतरिक हिस्से भी शामिल हैं, मध्यम से भारी वर्षा हुयी, जबकि कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हुयी। मंगलवार को सुबह 08:30 बजे से 24 घंटों के दौरान सूरत में 92 मिमी की तीव्र बारिश दर्ज की गयी, जबकि वलसाण में 81 मिमी, दीव में 70 मिमी, महुवा में 45 मिमी, वेरावल में 43 मिमी, अहमदाबाद में 14 मिमी, कांडला में 8 मिमी, जबकि भावनगर में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई।

गुजरात में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगमन तक, राज्य के दोनों हिस्सों में बारिश की कमी शिद्दत से महसूस की जा रही थी। यहाँ 80 से 90 फीसद तक कम बारिश हुयी थी। हालांकि मानसून की शुरुआत के बाद और विशेष रूप से, बारिश के तीन दौर के बाद, हालात में बेहतरी आई और बारिश की कमी काफी हद तक दूर हुयी। हालांकि देखा जाये तो राज्य में अभी भी बारिश कम हुयी है।

3 जुलाई तक गुजरात क्षेत्र में 40 फीसद कम बारिश दर्ज की गयी है, जबकि सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में वर्षा 83 फीसद कम हुयी है। स्काईमेट वेदर के अनुसार समुद्र में तट से दूर कम दबाव का छेत्र, दक्षिण गुजरात से तटीय कर्नाटक की तरफ बढ़ रहा है। इसके अलावा चक्रवाती हवाएं, दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उससे सटे कच्छ के इलाकों और पाकिस्तान के ऊपर से बह रही हैं, जिसके चलते नम हवाओं ने दक्षिण-पश्चिम का रुख़ कर लिया है।

इन दो मौसम प्रणालियों के चलते, वलसाड और सूरत जैसे तटीय क्षेत्रों में साधारण बारिश, जबकि कुछ स्थानों पर तेज बारिश होने की उम्मीद है। हालांकि, अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा, महुवा, कांडला और भावनगर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है। दूसरी तरफ, उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों के अलावा आंतरिक सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में मॉनसूनी बारिश हो सकती है।

Image credit: NDTV

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