[Hindi] सूरत, वलसाड में भारी मानसूनी बारिश; अहमदाबाद, राजकोट और गांधीनगर में हल्की बारिश

July 12, 2018 7:34 PM | Skymet Weather Team

इस साल, दक्षिण पश्चिम मानसून ने गुजरात में देर से अपना आगाज़ किया। वास्तव में, पूरे जून महीने तक मॉनसून बहुत कमजोर रहा, जिसकी वजह से गुजरात का शुमार उन राज्यों में हो गया, जहां बारिश की कमी सबसे ज्यादा है।

हालांकि, बाद में मॉनसून में थोड़ी बेहतरी आयी और जुलाई महीने की शुरुआत बरसात के साथ हुयी। अब तक राज्य के विभिन्न इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश दर्ज की गयी है। पिछले कुछ दिनों के दौरान अन्य क्षेत्रों की तुलना में, दक्षिण गुजरात और उससे सटे सौराष्ट्र के इलाके में, अन्य छेत्रों की तुलना में ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इस बीच, अहमदाबाद और वडोदरा जैसे राज्य के मध्य क्षेत्र में बारिश हुयी तो जरूर, लेकिन इससे परिदृश्य में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला।

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पिछले 24 घंटों में हालात जस के तस बने रहे, जहां दक्षिण गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गयी, वहीं मध्यवर्ती इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

बुधवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान, वडोदरा में 108 मिमी की जोरदार बारिश दर्ज की गई, वहीं सूरत में भी 96 मिमी की अच्छी बारिश हुयी, इसके अलावा भावनगर में 20.6 मिमी, अहमदाबाद में 13.9 मिमी, पोरबंदर में 11.6 मिमी, वेरावल में 3.7 मिमी, जबकि राजकोट में 1 मिमी से भी कम, सिर्फ 0.9 मिमी की, नाम मात्र की बारिश हुई।

स्काईमेट वेदर के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण गुजरात पर एक चक्रवाती हवा का छेत्र कायम है। इस वेदर सिस्टम के चलते, दक्षिण गुजरात और उससे सटे सौराष्ट्र के जिलों में अच्छी बारिश जारी रहेगी। महुवा, भावनगर, वलसाड और सूरत जैसी जगहों पर भारी मानसूनी बारिश जारी रहेगी।

अहमदाबाद, राजकोट और गांधीनगर जैसे केंद्रीय शहरों में भी हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस बीच, आंतरिक सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात और कच्छ क्षेत्र लगभग सूखे रहेंगे, लेकिन अलग-अलग छेत्रों में हल्की बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

बारिश के वर्तमान दौर से, गुजरात क्षेत्र में बारिश की कमी में काफी हद तक सुधार दर्ज किया जायेगा जो कि 11 जुलाई को 21 प्रतिशत था। इस बीच, 72 प्रतिशत की कमी के साथ, सौराष्ट्र और कच्छ का इलाका, देश में सबसे ज्यादा बारिश की कमी से जूझ रहे इलाकों में शामिल हो चुका है।

Image credit: NDTV

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