[Hindi] मॉनसून 2020- उत्तर भारत में जुलाई के आखिर में भारी वर्षा के आसार, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान सहित सभी हिस्सों पर सक्रिय होगा मॉनसून

July 22, 2020 10:30 AM | Skymet Weather Team

उत्तर भारत में इस सप्ताह मॉनसून का प्रदर्शन कुछ सुधरा और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में 19 से 21 जुलाई के बीच काफी अच्छी वर्षा दर्ज की गई। इस बारिश के बावजूद उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में 1 जून से 21 जुलाई के बीच बारिश में 17% की कमी रही है।

उत्तर भारत में इस साल मॉनसून समय से पहले तो आ गया था लेकिन मॉनसून का प्रदर्शन जून में भी खराब रहा उसके बाद जुलाई के पहले पखवाड़े तक इसमें बहुत अधिक सुधार देखने को नहीं मिला। आंकड़े इस बात के गवाह हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अब तक सामान्य से 34% कम वर्षा हुई है। उत्तराखंड में 14 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है, हिमाचल प्रदेश में 32% कम तो जम्मू कश्मीर और लद्दाख में सामान्य से 55% कम वर्षा हुई है। इसी तरह राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी भागों में 20% कम बारिश देखने को मिली है। राजधानी दिल्ली में 37 की कमी बनी हुई है।

इस बीच बीते दो-तीन दिनों के दौरान बारिश में आए सुधार के चलते पंजाब में बारिश का आंकड़ा बढ़कर सामान्य से ऊपर पहुंच गया है। पंजाब में 1 जून से 21 जुलाई के बीच कुल 198 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो सामान्य से 20% अधिक है। हरियाणा में 7% ऊपर पहुँच गया है बारिश का आंकड़ा। चंडीगढ़ में भी 11 फीसदी ऊपर पहुंच गया है बारिश का आंकड़ा।

अगले एक सप्ताह में कश्मीर से राजस्थान तक भारी वर्षा के आसार

आने वाले दिनों उत्तर भारत के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में मॉनसून फिर से सक्रिय हो सकता है। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय राजस्थान के गंगानगर करीब पहुंच गई है अगले 2 दिनों के दौरान यानी 22 और 23 जुलाई को राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में जोधपुर, नागौर, कोटा, सवाई माधोपुर से लेकर अलवर, जयपुर, भरतपुर, चूरु, झुंझुनू और गंगानगर तक वर्षा की संभावना है। पश्चिमी भागों में बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर में भी हल्की बारिश हो सकती है।

दूसरी ओर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर समेत हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, गिलगित-बालटिस्तान तथा लद्दाख में 22 और 23 जुलाई को मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि इस दौरान उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है जबकि शेष उत्तर भारत में छिटपुट बारिश से अधिक की उम्मीद इन दो दिनों में नहीं रहेगी।

उत्तर भारत के भागों में 24 जुलाई से बारिश की गतिविधियां फिर से बढ़ सकती हैं। उम्मीद है कि 24 जुलाई को उत्तराखंड के कई इलाकों में वर्षा होगी उसके बाद 25 जुलाई को उत्तराखंड से लेकर हिमाचल प्रदेश, दक्षिणी जम्मू कश्मीर और पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में काफी व्यापक वर्षा की संभावना रहेगी। दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी इस दौरान हल्की वर्षा हो सकती है।

25 जुलाई से तीव्रता और अधिक हो जाएगी जब राजस्थान में कई जगहों पर वर्षा होने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में भी अनेक इलाकों में वर्षा हो सकती है। पर्वतीय क्षेत्रों में उत्तराखंड से लेकर जम्मू कश्मीर तक कई जगहों पर मध्यम से तेज वर्षा की उम्मीद है। राजस्थान में बारिश 27 जुलाई तक जारी रहेगी जबकि 27 जुलाई से उत्तर-पश्चिम भारत के अन्य भागों में बारिश बढ़ जाएगी और 27 तथा 28 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश व हरियाणा से लेकर पंजाब तक कई जगहों पर मूसलाधार वर्षा देखने को मिल सकती है।

यह बारिश 29-30 जुलाई तक जारी रह सकती है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि जुलाई के पहले पखवाड़े में उत्तर भारत के मैदानी और पहाड़ी राज्यों पर मॉनसून की बेरुखी थी उसमें अब सुधार हो रहा है। जुलाई के आखिर तक बारिश सामान्य के आसपास पहुंच जाएगी।

Image Credit: DNA India

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