उत्तर प्रदेश में जून में मॉनसून की सुस्ती के बाद जुलाई में अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई। अगस्त के शुरुआती दिनों में भी बारिश जारी रही। उसके बाद से राज्य के ज्यादातर भागों में मौसम शुष्क बना हुआ है। इस शुष्क मौसम में जल्द ही बदलाव देखने को मिलेगा। स्काइमेट के अनुसार 11 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। उसके बाद दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश कम हो जाएगी लेकिन तराई से सटे भागों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश बनी रहेगी।
मॉनसून सीजन में आमतौर पर बारिश उन्हीं क्षेत्रों में केंद्रित होती है जहां मॉनसून की अक्षीय रेखा होती है। इसके अलावा मॉनसून सिस्टम के कारण भी बारिश होती है। पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी से उठा मॉनसून सिस्टम ओडिशा पर डिप्रेशन बना था और ओड़ीशा में भीषण बारिश देने के बाद छत्तीसगढ़ होते हुए इस समय पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में सक्रिय है। इसी के प्रभाव से मॉनसून ट्रफ मध्य भारत में पहुंच गई थी जिससे उत्तर प्रदेश में बारिश में कमी आ गई थी। निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 24 से 48 घंटों में कमजोर हो जाएगा जिससे मॉनसून ट्रक धीरे-धीरे उत्तर में जाएगी और 11 अगस्त से उत्तर प्रदेश में पहुंच जाएगी।
मॉनसून ट्रफ के कारण वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, गोरखपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, आगरा, अलीगढ़ और गाजियाबाद सहित अधिकांश शहरों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश देखने को मिलेगी। मॉनसून ट्रफ तेज़ी से उत्तर की तरफ बढ़ेगी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह जल्द ही हिमालय के तराई क्षेत्रों में पहुंच जाएगी जिससे आगरा, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी सहित दक्षिण-पश्चिमी जिलों में बारिश कम हो जाएगी। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
हालांकि बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, बहराइच, गोरखपुर सहित तराई क्षेत्रों और इलाहाबाद, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, सुल्तानपुर सहित पूर्वी भागों में बारिश 12 अगस्त के बाद भी बारिश जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश में कुल मॉनसून वर्षा सामान्य के करीब पहुंच गई है। आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1 जून से 8 अगस्त तक सामान्य से 8% कम 446 मिलीमीटर बारिश हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से महज 1% कम 408.7 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
Image credit: Lokmat Hindi
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।