[Hindi] बिहार व उत्तर प्रदेश में लंबे समय बाद मॉनसून मेहरबान; जुलाई के आखिर तक अच्छी बारिश के आसार

July 24, 2018 6:00 PM | Skymet Weather Team

बिहार और उत्तर प्रदेश में अब तक मॉनसून का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा है। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर मध्यम बारिश होती रही है। जबकि बिहार को लंबे समय से मॉनसून ने तरसाया है। भागलपुर, सुपौल, पुर्णिया, अररिया और मधुबनी सहित पूर्वी जिलों में यदा-कदा बारिश को छोड़कर अधिकांश भागों में मौसम सूखा बना हुआ है।

दोनों राज्यों में बारिश में कमी के कारणों पर नज़र डालें तो पिछले कई दिनों से गंगा के मैदानी भागों में कोई सक्रिय मौसमी सिस्टम विकसित नहीं हुआ है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा भी लंबे समय से दोनों राज्यों के दक्षिण में बनी हुई है, जिससे इन राज्यों में मॉनसून सुस्त है और बारिश नहीं हो रही है। मॉनसून ट्रफ काफी समय से मध्य भारत में दिखी है और इन भागों में लगातार बारिश से कई इलाके डूब गए हैं।

इस समय एक गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र मध्य भारत पर बना हुआ था जो धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर पहुँच रहा है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा का पूर्वी सिरा भी पश्चिमी छोर की तरह उत्तर में आने वाला है। गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र भी उत्तर प्रदेश पर निम्न दबाव के रूप में बना रहेगा। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।

इन सिस्टमों की स्थिति बदलने से अनुमान है कि दोनों राज्यों में अगले 24 घंटों में अच्छी बारिश शुरू हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 25 जुलाई से शुरू होने वाले बारिश के इस दौर में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी जबकि एक-दो स्थानों पर भारी बौछारें गिरने का अनुमान है। बारिश का आगामी दौर इस महीने के आखिर तक जारी रहेगा।

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उत्तर प्रदेश में 1 जून से अब तक सामान्य से 43 फीसदी कम बारिश हुई है। इसमें कुशीनगर, मऊ, बलिया, देवरिया, फ़तेहपुर, कानपुर, कौशांबी, रायबरेली सहित कई जिलों में बारिश में कमी 65 से 85 प्रतिशत तक रही है। अगले कुछ दिनों के दौरान संभावित बारिश से इन आंकड़ों में कुछ सुधार की उम्मीद की जा सकती है। बिहार में भी सामान्य से 47 प्रतिशत कम वर्षा इस मॉनसून सीज़न में हुई है।

Image credit: Samay

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