राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में इस समय उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ चल रही हैं। जिसके चलते मौसम शुष्क है और तापमान में वृद्धि हो रही। उत्तर भारत के मैदानी भागों में 21-22 सितंबर से मौसम में बदलाव दिखेगा और 24-25 सितंबर को सभी भागों में कई जगहों पर मध्यम और एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा देखने को मिल सकती है। फिलहाल इन क्षेत्रों में शुष्क मौसम जारी रहेगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ पर एक चक्रवाती सिस्टम विकसित होगा जो 21 सितंबर तक मध्य प्रदेश पर पहुंच सकता है। इसी दौरान हरियाणा से दिल्ली होते हुए मध्य प्रदेश के उत्तर और पश्चिमी भागों तक एक ट्रफ के भी विकसित होने की संभावना है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से 21 से 25 सितंबर के बीच उत्तर भारत में दक्षिण-पूर्वी मॉनसूनी हवाओं का प्रभाव बढ़ जाएगा और इस दौरान बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
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वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार बारिश की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 21 सितंबर से होगी और धीरे-धीरे अन्य हिस्सों में वर्षा देखने को मिलेगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली, उतरी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में 22 सितंबर को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में 23 सितंबर को सभी स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। देश भर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
अनुमान है कि मौसमी सिस्टम 24-25 सितंबर को प्रभावी होंगे जिससे उत्तर और पूर्वी राजस्थान, समूचे हरियाणा, पंजाब के सभी भागों, दिल्ली, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 24 और 25 सितंबर को मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। फिलहाल उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में अगले 4-5 दिनों तक मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ चलेंगी जिससे गर्मी भी परेशान करेगी।
उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में अब तक मॉनसून वर्षा सामान्य से कम रही है। अनुमान है की आगामी बारिश के दौर से इस कमी में कुछ भरपाई हो सकती है। साथ ही यह दौर मॉनसून 2017 का आखिरी बारिश का झोंका हो सकता है क्योंकि इस महीने के आखिर तक उत्तर भारत के मैदानी भागों से मॉनसून की वापसी की भी संभावना है।
Image credit: DNA India
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