मध्य प्रदेश में बारिश के संदर्भ में स्काईमेट वेदर की भविष्यवाणी खरी साबित हुई। पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश हुई। पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी कहीं-कहीं सामान्य मॉनसून वर्षा दर्ज की गयी जबकि राज्य के उत्तरी जिलों को बारिश की हल्की फुहारों से ही संतोष करना पड़ा। इसके अलावा, दक्षिण पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई।
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शुक्रवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान खंडवा में 99 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गयी। सिवनी में भी 49.2 मिमी, पंचमढ़ी में 32 मिमी, जबलपुर में 31.8 मिमी, जबकि भोपाल में 23.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
भारी बारिश के चलते कई जगहों पर जल भराव की स्थिति रही, जिससे राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
बारिश की ये स्थिति उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बने चक्रवाती क्षेत्र के कारण है, जो अब दक्षिण-पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है। इसलिए, मध्य प्रदेश के दक्षिण पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में, खासतौर से, मध्यम से भारी वर्षा होती रहेगी।
पूर्वी मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। ऐसे हालात अगले 48 घंटों तक बने रहेंगे। होशंगाबाद, बेतुल, हरदा, छिंदवाड़ा, सिवनी, खंडवा, खरगोन, इंदौर, देवास, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर और मांडला में अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
इस बीच, राज्य के उत्तरी हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। हालांकि 10 या 11 जुलाई के आसपास तेज बारिश हो सकती है। 6 जुलाई तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश की मौजूदगी 6 प्रतिशत ज्यादा दर्ज की जा चुकी है। जबकि, पूर्वी मध्य प्रदेश में हालात इसके विपरीत हैं और वहां बारिश, 22 प्रतिशत कम दर्ज की गयी है। वर्तमान में जारी बारिश के बाद आंकड़ों में और सुधार देखने को मिल सकता है।
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