दिल्ली-एनसीआर में जुलाई महीने की शुरुआत बरसात के साथ हुई। स्काईमेट वेदर के मुताबिक, मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली के आसपास के भागों पर सक्रिय थी, जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में मॉनसून प्रभावी था और पिछले दिनों से बारिश देखने को मिल रही थी।
बृहस्पतिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में दोपहर आए घने मॉनसूनी बादलों ने जमकर बारिश दी। पालम मौसम केंद्र पर 34 मिलीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई वो भी महज़ एक घंटे के कम समय में भारी बारिश हुई। इससे पहले दिन में तापमान में वृद्धि हुई थी क्योंकि आसमान साफ और शुष्क हवाएँ चल रही थीं। लेकिन बारिश के कारण तापमान में अच्छी गिरावट हुई और लोगों को गर्मी से राहत मिली।
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अब अगले तीन-चार दिनों के लिए मॉनसून के कमजोर रहने की संभावना है। हालांकि हवा में मौजूद नमी और बढ़ते तापमान के कारण कहीं-कहीं तेज़ हवाओं और गर्जना के साथ हल्की बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों में 9 जुलाई से मॉनसूनी हवाएँ फिर से प्रभावी होंगी जिससे 9 और 10 जून को बारिश में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। बारिश की गतिविधियां 12 जुलाई तक बनी रह सकती हैं।
दिल्ली में 1 जून से 4 जुलाई तक 70.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 14 प्रतिशत कम है। अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम के चलते इन आंकड़ों में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि 9 और 10 जुलाई से शुरू होने वाले बारिश के दौर से आंकड़े सामान्य या सामान्य के करीब पहुँच जाएंगे।
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