दक्षिण पश्चिम मॉनसून इस समय देश के कई हिस्सों में सक्रिय है और मध्य तथा पश्चिमी भागों में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। पिछले दिनों से बढ़ी बारिश के चलते ही देश में कुल बारिश में कमी के आंकड़ों में सुधार हुआ है और यह 27 जुलाई को 13% पर आ गया, जो कुछ ही दिन पहले 19% पर था।
अच्छी खबर यह है कि मॉनसून अगले 10 दिनों के दौरान सक्रिय रहेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों के दौरान एक के बाद एक निम्न दबाव के क्षेत्र विकसित होते रहेंगे। जिससे देश के अधिकांश भागों में मॉनसून प्रभावी बना रहेगा और बारिश का मौसम बना रहेगा।
इससे पहले 26 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ था जो पश्चिम बंगाल होते हुए देश के जमीनी हिस्सों पर पहुंचा। इसी सिस्टम के प्रभाव से मॉनसून की रेखा दक्षिण की ओर आई, जो हिमालय के तराई क्षेत्रों में थी। हालांकि अब यह निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर मॉनसून की अक्षीय रेखा में मिल गया है।
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इस बीच एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों में विकसित हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे प्रभावी होगा और उम्मीद है कि 30 या 31 जुलाई को यह निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह सिस्टम भी पिछले सिस्टम के रास्ते ही निकलेगा। लेकिन जैसे ही यह मध्य भारत पहुंचेगा उसके बाद उत्तर तथा उत्तर पश्चिमी भारत की तरफ निकल जाएगा।
इसलिए पिछले सिस्टम से अलग यह सिस्टम उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश देगा। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय अपनी सामान्य स्थिति से अलग राजस्थान और मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। जब निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम भारत में पहुंचेगा तब ट्रफ भी मैदानी भागों में आ जाएगी, जिससे 30 और 31 जुलाई को दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित उत्तर पश्चिम भारत में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
इस बीच देश के मध्य और पूर्वी भागों में रुक-रुक कर मॉनसून वर्षा होती रहेगी। साथ ही पश्चिमी तटों पर महाराष्ट्र से कर्नाटक तक विकसित होने वाली रेखा भी सक्रिय होगी जिससे तटीय कर्नाटक और मुंबई सहित कोकण-गोवा क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी।
यही नहीं अनुमान है कि 4 अगस्त के आसपास एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में फिर से विकसित होगा, जो मॉनसून को सक्रिय बनाए रखने में मदद करेगा। यह सिस्टम भी पिछले दोनों सिस्टमों की तरह ही देश के मध्य क्षेत्रों की तरफ आएगा। इसके चलते उम्मीद है कि जुलाई की तरह ही अगस्त का आगाज भी अच्छी मॉनसूनी बौछारों के साथ होगा।
Image credit: IndiaTV
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