माॅनसून केरल में आधिकारिक तारीख 1 जून को भले नहीं पहुंचा लेकिन 3 जून से बारिश ने रफ्तार पकड़ी। बारिश की गतिविधियाँ 4 को और बढ़ गई इसकी वजह से माॅनसून के केरल पहुँचने की घोषणा जून 5 को कर दी गई।
दक्षिण पूर्वी अरब सागर के पास एक ट्रफ रेखा बनी हुई है जिसने बारिश की गतिविधियों को बढ़ाने में काफी योगदान दिया है। केरल में यह ट्रफ रेखा इस समय बदल कर लो प्रेशर एरिया यानि निम्न दबाव का क्षेत्र के रूप में विकसित हो रहा है, और उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस क्षेत्र के आगे बढ़ने की वजह से बारिश की गतिविधियाँ कर्नाटक तथा महाराष्ट्र के भागों में देखी जा सकती है।
चूँकि हवा और नमी अब निम्न दबाव के क्षेत्र के इर्द गिर्द ज्यादा इकट्ठा हो रही है इसके चलते केरल, तमिलनाडु और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक के भागों में बारिश में व्यापक कमी देखी जायेगी। दूसरी तरफ तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के ऊपर भी एक ट्रफ बना हुआ है। इससे इन भागों में अगले 48 घंटे के दौरान अच्छी बारिश कई स्थानों पर देखी जा सकती है।
अरब सागर में बना मौसम का सिस्टम तट से आगे निकल रहा है जिससे बारिश का केन्द्र अब आंध्र प्रदेश से आगे पश्चिम की ओर बढ़ेगा और तेलंगाना उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में 1-2 स्थानों पर अच्छी बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश देखी जा सकती है।
दक्षिण भारत के छोर पर मौसमी गतिविधि कमजोर होने के चलते तमिलनाडु और केरल में तापमान एक बार फिर से ऊपर का रुख करेगा। भले ही आधिकारिक तौर पर केरल में माॅनसून पहुंचने की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन यहाँ पारा ऊपर जाने से मौसम कुछ गर्म हो सकता है।
Image courtesy: ibnlive.com