[Hindi] दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अभी और तरसाएगा मॉनसून

August 9, 2019 4:09 PM | Skymet Weather Team

उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पिछले दो-तीन दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। तेज धूप के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे गर्मी की वापसी हुई है। हालांकि शुक्रवार को दोपहर के समय नोएडा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में थोड़े समय के लिए बूँदाबाँदी देखने को मिली। बूँदाबाँदी और पूर्वी हवाओं के चलते तापमान में हल्की कमी आई और थोड़े समय के लिए मौसम सुहावना हो गया।

स्काईमेट का अनुमान है कि अगले 3-4 दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शुष्क मौसम जारी रहेगा। मॉनसून कमजोर रहेगा और गर्मी तथा उमस लोगों को परेशान करेगी। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर इलाकों में आंशिक तौर पर बादलों का आना जाना लगा रहेगा पूर्वी हवाएं चलती रहेंगी। इससे थोड़े समय के लिए गर्मी से राहत का मौसम भी बन सकता है।

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मॉनसून 13 अगस्त से सक्रिय होगा और उसी दौरान मौसम करवट ले सकता है। मॉनसून की रेखा जो राजस्थान और मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है वह उत्तर भारत के करीब आ सकती है। इसके प्रभाव से बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाओं का प्रभाव व्यापक रूप में बढ़ेगा और मॉनसून के घने बादल उत्तर के मैदानी इलाकों में दिखेंगे।

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उम्मीद है कि दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 अगस्त से बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी और 16 अगस्त को रुक-रुक कर हल्की से मध्यम और थोड़े समय के लिए अच्छी  बौछारें गिर सकती हैं। यहां यह जिक्र करना जरूरी है कि एक तरफ मध्य भारत के कुछ भागों में और पश्चिमी तटों पर जहां भीषण बारिश के कारण बाढ़ की स्थितियां बनी हुई है वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई शहर ऐसे हैं जहां साल 2019 के मॉनसून ने अब तक निराश किया है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब ऐसे इलाके हैं जहां 25 से 30% कम वर्षा दर्ज की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश में कमी रही है। लेकिन आने वाले दिनों में रुक-रुक कर होने वाली बारिश के कारण बारिश में कमी की स्थिति है सुधार देखने को मिल सकता है।

Image credit: The Indian Express

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