पूर्वी भारत के राज्यों में अधिकांश स्थानों पर लगातार दूसरे दिन भी हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रहीं। बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की सक्रियता के चलते बारिश दर्ज की गई। सोमवार की सुबह 8:30 बजे से मंगलवार की सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों के अवधि के दौरान बिहार के कई जिलों में मॉनसूनी वर्षा रिकॉर्ड की गई। राज्य के सुपौल ज़िले में 61.7 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई। गया में 4.4 और मोतीहारी में 5.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।
इसी दौरान झारखंड के कुछ भागों में वर्षा हुई। राज्य की राजधानी रांची में 3.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। झारखंड के पूर्व में स्थित पश्चिम बंगाल के अधिकांश जिलों में मध्यम वर्षा रिकॉर्ड की गई। जलपाईगुड़ी में 38.4, बर्धमान में 14.2, दार्जिलिंग में 26.8, दिघा में 13.8 और कृष्णानगर में 13 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही आर्द्र हवाओं के चलते पूर्वी भारत के राज्यों में मॉनसून सक्रिय बना हुआ है और कई जगहों पर बारिश देखने को मिल रही है। इन हवाओं के चलते स्थानीय स्तर पर ही मौसम बनाता है जिससे दोपहर और शाम के समय बारिश हो रही है। पूर्वी हवाओं के अलावा पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्रों पर एक चक्रवाती क्षेत्र भी बना हुआ है। साथ ही बिहार से छत्तीसगढ़ और विदर्भ होते हुए तेलंगाना तक एक ट्रफ रेखा भी मौसम को प्रभावित कर रही है।
इन सिस्टमों के प्रभाव से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। पुर्णिया, बांकुरा, बर्धमान, मालदा और जलपाईगुड़ी में हल्की वर्षा के आसार हैं। हालांकि दीनाजपुर और कूचबिहार जैसे स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। पूर्वी भारत के भागों में अधिकांश स्थानों पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने के चलते मौसम उमसभरा बना रहेगा।
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