क्षेत्रफल के लिहाज से भारत का सबसे बड़ा राज्य होने की वजह से राजस्थान को दो उप खंडों में विभाजित किया जा सकता है, पूर्वी और पश्चिम राजस्थान। पिछले कई वर्षों के दौरान राज्य के मानसून प्रदर्शन को मद्देनजर रखते हुए यह बात कही जा सकती है की राजस्थान में इस बार भी अच्छी बारिश हो रही है।
व्यापक तौर पर नजर डालें तो पश्चिमी राजस्थान की तुलना में पूर्वी राजस्थान में अधिक बारिश हुई है। यह बात पूर्णतया स्पष्ट है कि दो उप छेत्र आस-पास होने के बावजूद, बहुत से दृष्टिकोण से अलग-अलग होते हैं। आखिरी बार 2009 में राजस्थान में बारिश की कमी देखी गई थी। तब गंभीर सूखे की वजह से पूरे देश में सामान्य औसत से 22% कम बारिश हुयी थी और इस वजह से हालात चिंताजनक हो गये थे।
उस साल, राज्य को गंभीर वर्षा संकट से दो चार होना पड़ा था। तब पश्चिमी राजस्थान में 42%, वहीं पूर्वी राजस्थान में, बारिश में, 31% की गिरावट आई थी।
2009 के बाद, राजस्थान ने बारिश के मामले में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और दोनों ही उप छेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गयी है।
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मॉनसून के मौसम के अंत में बारिश के मामले में राजस्थान का मासिक प्रदर्शन, समग्र रूप से भिन्न होता है। ऐसा जरुरी नहीं की सभी चार महीने अच्छे हों, उसी प्रकार सभी महीने खराब भी नहीं हो सकते।
आइये जून से सितंबर तक मॉनसून के मौसम में पिछले पांच वर्षों के दौरान राजस्थान के प्रदर्शन पर डालते हैं एक नजर :
Rainfall During Monsoon in Rajasthan
उपर्युक्त तालिका के अनुसार; वर्षा का आधिक्य तब माना जाता है जब राज्य में सामान्य से 20% या उससे ज्यादा बारिश दर्ज हो, जबकि वर्षा की न्यूनता तब मानी जाती है, जब क्षेत्र में सामान्य से 20% या उससे कम वर्षा रिकॉर्ड हो। जबकि सामान्य बारिश तब समझी जाती है जब सामान्य औसत से +/- 19% वर्षा दर्ज हो।
इस साल, राजस्थान में मानसून ने शुरुआत में ही प्रगति हासिल कर ली और 15 जुलाई तक क्षेत्र को कवर कर लिया था। तब से, हाल के पिछले प्रदर्शन को बरक़रार रखते हुये, दोनों उप-मंडलों में अच्छी बारिश हुई।
इस साल 1 से 30 जून तक, राजस्थान में सामान्य औसत से 68% अधिक बारिश दर्ज की गयी, जिसे अत्यधिक वर्षा अधिशेष करार दिया जा सकता है।
इसी तरह, 1 जून से 31 जुलाई तक, राज्य में बारिश सामान्य से 13% अधिक बनी रही। विशेष रूप से, दोनों उप-छेत्रों ने व्यावहारिक रूप से ठीक प्रदर्शन किया। 31 जुलाई तक, पूर्वी राजस्थान में बारिश अधिशेष 17%, वहीं पश्चिमी राजस्थान में 7% था।
अगले कुछ दिनों में बारिश काफी कम रहने की उम्मीद है। आम तौर से मौसम शुष्क रहेगा और हल्की से बहुत हल्की बारिश देखी जा सकती है। ऐसी उम्मीद है कि 10 अगस्त तक राज्य में बारिश का दौर पुनः आरंभ हो सकता है।
Image Credit: Iasociedadgeographica.com
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