मध्य प्रदेश में मॉनसून का प्रदर्शन इस बार सामान्य से कमजोर रहा है। राज्य के कई जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है। वर्तमान समय में स्थितियां अच्छी बारिश के अनुकूल बन रही हैं। अगले 24 घंटों के दौरान उम्मीद है कि उज्जैन, इंदौर, देवास, धार, रतलाम, मंदसौर, समेत दक्षिण पश्चिमी हिस्सों में काफी अच्छी वर्षा दर्ज की जाएगी
इस दौरान राजधानी भोपाल, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, बेतूल, सीहोर, शाजापुर, राजगढ़, रतलाम, नीमच, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, बुरहानपुर और खंडवा में भी अच्छी वर्षा हो सकती है। लेकिन पूर्व में बालाघाट, सिवनी, मांडला, डिंडोरी, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, सीधी, रीवा, सिंगरौली, छतरपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया तमाम इलाकों में वर्षा में कमी रहेगी।
कल यानी 31 जुलाई से मध्य प्रदेश के ज़्यादातर जिलों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और उम्मीद है कि न सिर्फ दक्षिण और पश्चिमी बल्कि उत्तरी तथा पूर्वी जिलों में भी कई जगहों पर अच्छी वर्षा देखने को मिलेगी। बारिश का यह सिलसिला 31 जुलाई से 5-6 अगस्त तक यानी तकरीबन 1 सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा।
उम्मीद कर सकते हैं कि अगले एक सप्ताह के दौरान मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में व्यापक वर्षा दर्ज की जाएगी, जहां इस साल मॉनसून ने अब तक किसानों को काफी निराश किया है और बारिश की गतिविधियां बहुत कम हुई हैं। बारिश में कमी के कारण कृषि के सामने संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अगले 1 सप्ताह तक जबलपुर, मंडला, बालाघाट, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, भोपाल, शिवपुर, शिवपुरी, गुना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, छतरपुर, सागर, सतना, रीवा, कटनी, शहडोल समेत तमाम जिलों में रुक-रुक कर कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की गतिविधियां होती रहेंगी जिससे खेती को व्यापक फायदा होगा और बारिश के आंकड़ों में भी सुधार देखने को मिल सकता है।
Image credit: Free Press Journal
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