2020 में मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना जताई गई है। हालांकि इस साल स्काइमेट ने कुछ विशिष्ट वजहों से मॉनसून का पूर्वानुमान जारी नहीं किया है। लेकिन देश की सरकारी मौसम एजेंसी (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग-आईएमडी) समेत अन्य मौसम एजेंसियों ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 के सामान्य रहने का अनुमान लगाया है।
मॉनसून की एक पखवाड़े में प्रगति
मॉनसून का अब तक का प्रदर्शन और मॉनसून की प्रगति अगर देखें तो यह अनुमान सही साबित होता नजर आ रहा है। 30 मई को केरल में दस्तक देने के बाद मॉनसून कुछ समय के लिए दक्षिण भारत में ठहरा अवश्य था लेकिन उसके बाद से इसकी रफ्तार काफी अच्छी है। 10 जून के बाद से 15 जून के बीच लगभग हर दिन मॉनसून आगे बढ़ा है। इसका पश्चिमी सिरा महाराष्ट्र को पार करते हुए गुजरात के मध्य भागों तक पहुंच गया है तो पूर्वी सिरा पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड को पार करते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों तक आ गया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मध्य भारत में छत्तीसगढ़ को भी पार कर चुका है और इसने महाराष्ट्र के सभी इलाकों को पार करते हुए मध्य प्रदेश के मध्य भागों तक दस्तक दे दी है। अब मॉनसून का इंतजार मध्य प्रदेश और गुजरात के बाकी हिस्सों तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ और इलाकों में हो रहा है।
शुरुआती 15 दिनों में मॉनसून का प्रदर्शन
1 जून से लेकर 15 जून के बीच देश के जिन भागों में मॉनसून पहुंचा है वहां अधिकांश स्थानों पर सामान्य या सामान्य से ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की जा रही है। पूरे देश भर में इन 15 दिनों की अवधि में सामान्य से लगभग 31 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।
मध्य भारत में इस दौरान सामान्य से 94 फ़ीसदी ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है। उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 19% अधिक वर्षा हुई है। दक्षिण भारत में भी सामान्य से 20% ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है। हालांकि पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बारिश में अभी 4% की कमी है।
आपको बता दें कि उत्तर भारत में मॉनसून अभी भले नहीं पहुंचा है लेकिन 1 जून के बाद से 30 सितंबर के बीच देश के किसी भी क्षेत्र में होने वाली बारिश की गणना आमतौर पर मॉनसून वर्षा के तौर पर की जाती है। मॉनसून के आगे बढ़ने की रफ्तार और अब तक इसका प्रदर्शन काफी उत्साहजनक रहा है। आने वाले दिनों में भी इसके संतोषजनक प्रदर्शन और प्रगति की संभावना है।
किन बड़े शहरों में पहुंचा है मॉनसून
बड़े शहरों का जिक्र करें तो बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, नाशिक, सूरत, अहमदाबाद, इंदौर, जबलपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, गुवाहाटी, पटना, रांची समेत मध्य भारत, पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के अधिकांश शहरों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। अब भोपाल, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, चंडीगढ़, दिल्ली, लुधियाना, पटियाला, अंबाला, करनाल, श्रीनगर, देहरादून, शिमला, धर्मशाला जैसे शहरों में मॉनसून का इंतजार है।
Image Credit: The Hindu
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