मॉनसून में आज प्रगति देखने को मिली। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 10 जून को आगे बढ़ते हुए पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकांश हिस्सों और नागालैंड तथा असम के कुछ भागों में पहुंच गया। पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों में भी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। साथ ही कोलकाता, रांची, भुवनेश्वर, पटना समेत पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, झारखंड और बिहार में भी दक्षिण-पश्चिम के जल्द दस्तक देने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव मॉनसून को बढ़ा रहा आगे
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है और यह मॉनसून की प्रगति में अहम भूमिका निभाएगा। निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा में बढ़ते हुए ओडिशा को पार करेगा उसके बाद इसके पूर्वी भारत की तरफ जाने की संभावना है। अगले 24 घंटों के अंदर यह सिस्टम गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो सकता है।
ओडिशा पर पहुंचने के बाद जब यह निम्न दबाव का क्षेत्र पूर्वी भारत का रुख करेगा और बिहार तथा इससे सटे भागों पर पहुंचेगा उस दौरान पूर्वी भारत के राज्य में भी बारिश बढ़ जाएगी। अगले 2 दिनों में मॉनसून के कोलकाता सहित गंगीय पश्चिम बंगाल में पहुंचने की संभावना है। उसके बाद सामान्य गति से प्रगति करते हुए मॉनसून बिहार और झारखंड में भी जल्द दस्तक देगा। कोलकाता समेत भुवनेश्वर, पूरी, रांची, जमशेदपुर, भागलपुर में भी जल्द मॉनसून वर्षा की शुरुआत होने की संभावना है।
निम्न दबाव के चलते दक्षिण भारत में भारी वर्षा
बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ रहे निम्न दबाव के प्रभाव से ही आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तटीय ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बादलों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। जल्द ही तटीय भागों से बारिश शुरू होगी और क्रमशः अंदरूनी हिस्सों में भी बारिश देखने को मिलेगी। अगले 48 घंटों के दौरान उपर्युक्त राज्यों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
पश्चिमी तटों पर भी मॉनसून करंट हो रही सक्रिय
चार महीनों के लिए बारिश का मौसम लेकर आने वाला दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का पश्चिमी सिरा भी अब बढ़ने वाला है। अगले 48 घंटों में आगे बढ़ेगा और उम्मीद है कि अगले 24 घंटों में मॉनसून महाराष्ट्र के दक्षिणी कोंकण-गोवा क्षेत्र और दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र क्षेत्र में प्रवेश कर जाएगा।
मुंबई में भी अगले दो-तीन दिनों के अंदर मॉनसून के पहुंचने की संभावना है। मुंबई में मॉनसून के पहुँचने की सामान्य तारीख संशोधित कर 10 से 11 जून कर दी गई है। इस बार मुंबई में मॉनसून के 12-13 जून को पहुँचने की संभावना है। 2-3 दिनों की देरी को सामान्य ही माना जाता है। इसी तरह से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में मॉनसून लगभग 4-5 दिनों की देरी से पहुंचा है। इसे भी सामान्य ही माना जाएगा। पूर्वी भारत के भागों में सामान्य समय में ही मॉनसून प्रवेश कर सकता है।
Image Credit: Polibolly
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