
स्काइमेट ने अनुमान लगाया था कि मॉनसून-2020 का केरल में आगमन सामान्य से पहले 28 मई को होगा। निजी क्षेत्र की भारत की सबसे भरोसेमंद मौसम पूर्वानुमान कंपनी स्काइमेट ने इसमें 2 दिन का एरर मार्जिन भी बताया था। बंगाल की खाड़ी में उठे सुपर साइक्लोन अंपन के बावजूद मॉनसून ने केरल में समय से 2 दिन पहले दस्तक दे दी है। मॉनसून के आगमन से पहले ही केरल में भारी बारिश कई जगहों पर शुरू हो चुकी थी।
मॉनसून के आगमन के सभी मापदंड पूरे
मॉनसून के आगमन की घोषणा के लिए कुछ निश्चित मापदंड होते हैं। इन मापदण्डों में भूमध्य रेखा के उत्तर में यानी भारत की तरफ वायुमंडलीय स्थितियों में बदलाव और लक्षद्वीप, केरल तथा कर्नाटक में बारिश प्रमुख हैं। यह सभी मापदंड यहाँ पूर्ण हो रहे हैं। खासतौर पर ओएलआर और बारिश उस अनुकूल स्थिति में पहुँच चुकी है जिस पर मॉनसून के आगमन की घोषणा की जा सके।
इन्सैट और एनओएए से मिल रही आउटगोइंग लॉन्ग वेव रेडिएशन (ओएलआर) वैल्यू अनुकूल स्तर पर आ गई हैं।
इन्सैट से मिली ओएलआर की वैल्यू

एनओएए से मिली ओएलआर की वैल्यू

स्वचालित मौसम केन्द्रों यानि एडबल्यूएस पर अलग-अलग तीव्रता की बारिश भी दर्ज की गई है।
30 मई को मिले बारिश के आंकड़े:

29 मई को मिले बारिश के आंकड़े:

इस बीच एक निम्न दबाव का क्षेत्र अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी भागों और इससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र पर बनने वाला है। अगले 48 घंटों में इसके डिप्रेशन या डीप डिप्रेशन बनने की संभावना है। यह सिस्टम उत्तरी दिशा में बढ़ेगा और भारत के तटों के और करीब आ जाएगा। अनुमान है कि यह 1 जून को गोवा के पास पहुँच जाएगा। 2 जून को इसके मुंबई के करीब और 3 जून को गुजरात के तटों के पास पहुँचने की संभावना है।
मुंबई समेत पश्चिमी तटों पर भारी बारिश
एक तरफ केरल में मॉनसून ने दस्तक दे दी है तो दूसरी ओर पश्चिमी तटों पर कर्नाटक से लेकर गोवा और मुंबई तक बारिश बढ़ने की संभावना है। मुंबई और उपनगरीय इलाकों में 2 से 4 जून के बीच अच्छी बारिश होने के आसार हैं। 3 जून को बारिश अपने चरम पर होगी। इस दौरान कोंकण गोवा के तटीय भागों में भारी बारिश की भी संभावना है।
गुजरात में भी बाढ़ की आशंका
दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र के पूर्वी हिस्सों में भी तेज़ बारिश के साथ तूफानी हवाएँ चलने की आशंका है। वापी, वलसाड, नवसारी, सूरत, अंकलेश्वर, भरूच, भावनगर, महुवा, वेरावल, आनंद, गोधरा, खेड़ा, बड़ौदा, गांधीनगर और अहमदाबाद में तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश के बीच निचले इलाकों में जल भराव और बाढ़ की भी आशंका है।
मेहसाना, पालनपुर, पाटन, बनासकांठा में भी कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। इस बारिश से गुजरात में जारी भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से राहत मिलने की संभावना है।
Image Credit:The Hindu
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