मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए साल 2020 का मॉनसून अब सामान्य के स्तर पर पहुँच चुका है। शुरुआती समय में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के लोगों को मॉनसून ने कुछ तरसाया जरूर था सीजन के मध्य आते-आते इन दोनों राज्यों में बहुत व्यापक मॉनसून वर्षा दर्ज की गई। पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 11% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। लेकिन पूर्वी भागों में अभी 4% की कमी है। हालांकि अगले 1 सप्ताह के दौरान मॉनसून का सबसे ज़्यादा ज़ोर पूर्वी मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों पर रहेगा। जिससे इस कमी की भरपाई हो जाएगी और कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ में 1 जून से 19 सितंबर के बीच सामान्य से 7% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के सिर्फ दक्षिण पश्चिमी जिलों और छत्तीसगढ़ के दक्षिणी जिलों में वर्षा होने की संभावना है। उसके बाद बारिश की गतिविधियां इन दोनों राज्यों में बढ़ने के आसार हैं क्योंकि बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन बनने वाला है। उम्मीद है कि 20 सितंबर को यह डिप्रेशन उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर बनेगा और ओडिशा को पार करते हुए छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिलेगी।
21 सितंबर को छत्तीसगढ़ के लगभग सभी क्षेत्रों और मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग में हल्की से मध्यम वर्षा होगी। 22 सितंबर से इन्हीं भागों में बारिश की गतिविधियों में और बढ़ोतरी होगी। छत्तीसगढ़ के अधिकांश भागों जबकि मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा मध्य क्षेत्रों में कम से कम 25 सितंबर तक कई जगहों पर मध्यम से भारी मॉनसूनी वर्षा होती रहेगी।
मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियां 24 घंटों के बाद कम होने लगेंगी और अगले तीन-चार दिनों तक जहां पूर्वी तथा मध्य भागों में कई जगहों पर अच्छी वर्षा होती रहेगी वहीं पश्चिमी क्षेत्रों में गुना से लेकर इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, धार, मंदसौर तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है।
बारिश के आगामी स्पैल के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले ज़िले होंगे पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, बालाघाट, कटनी, सागर, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो और भोपाल।
छत्तीसगढ़ में कांकेर, कोरबा, कोरिया, जशपुर, जांजगीर-चाम्पा, दन्तेवाड़ा, दुर्ग, धमतरी, बिलासपुर, बस्तर, महासमुन्द, राजनांदगांव, रायगढ, रायपुर, सरगुजा, सुकमा समेत सभी जगहों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
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