उत्तर भारत में मॉनसून कई दिनों के बाद फिर से सक्रिय हो गया है। कुछ इलाकों में बारिश की गतिविधियां शुरू भी हो गई हैं। दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में आज उम्मीद के मुताबिक मॉनसून वर्षा की झलक कई दिनों बाद मिली है। साथ ही उत्तरी पंजाब और हरियाणा के उत्तरी क्षेत्रों तथा पूर्वी हिस्सों में भी वर्षा शुरू हो गई है।
पहाड़ों पर उत्तराखंड में लंबे समय से बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश के भी कई इलाकों में खासतौर पर दक्षिणी भागों में वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलती रही हैं। लेकिन जम्मू कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख में वर्षा कम हो रही है। इन भागों में भी मौसम बदलेगा और मॉनसून वर्षा देखने को मिलेगी।
मॉनसून की अक्षीय रेखा पिछले कई दिनों से गुजरात और इससे सटे राजस्थान से होते हुए मध्य भारत तथा पूर्वी भारत तक बनी हुई थी। अब पश्चिमी भागों में मॉनसून ट्रफ उत्तरवर्ती होनी शुरू हुई है। इस समय मॉनसून ट्रफ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश होते हुए ओडिशा पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र तक पहुँच गई है। निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
मॉनसून ट्रफ की स्थिति में बदलाव और निम्न दबाव के चलते उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में मॉनसून सक्रिय हो रहा है। अनुमान है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और लद्दाख तक पूर्वी हवाओं का प्रभाव रहेगा जिसके कारण अगले 3-4 दिनों तक इन भागों में बारिश का मौसम बना रहेगा।
उत्तराखंड, दक्षिणी हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा का भी अनुमान है। जबकि इन राज्यों के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा रुक-रुक कर होते रहने की संभावना है। राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में जयपुर से लेकर उदयपुर तक भरतपुर से लेकर भीलवाड़ा, कोटा, सवाई माधोपुर समेत कई जिलों में मध्यम से भारी वर्षा कई दिनों तक होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में अधिक बारिश की संभावना नहीं है।
उत्तर पश्चिम भारत में मॉनसून का प्रदर्शन अब तक काफी कमजोर रहा है। 1 जून से लेकर 9 अगस्त के बीच उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 23% कम वर्षा दर्ज की गई है। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 31 फ़ीसदी कम बारिश हुई है। उत्तराखंड में 18% कम वर्षा हुई है। पंजाब और हरियाणा में 10 फ़ीसदी की कमी रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस दौरान सामान्य से 33 फ़ीसदी कम और राजस्थान में 23 फ़ीसदी कम बारिश हुई है।
पहाड़ों पर लद्दाख में 64% कम, जम्मू कश्मीर में 52 फ़ीसदी कम, हिमाचल प्रदेश में 34% कम वर्षा रिकॉर्ड की गई है। उम्मीद है कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान व्यापक वर्षा होने से इन आंकड़ों में कुछ सुधार होगा।
Image Credit: DNA India
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