[Hindi] मॉनसून 2020: मध्य प्रदेश पर जारी मॉनसून का तांडव, भारी बारिश से कई शहरों में जलप्रलय, बारिश का अगला दौर 2 सितंबर से

August 30, 2020 11:33 AM | Skymet Weather Team

मध्य प्रदेश के विभिन्न भागों पर मॉनसून का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला है। बीते तीन-चार दिनों से पूर्वी मध्य प्रदेश उसके बाद मध्य भागो और अब पश्चिमी भागों में भारी मानसून वर्षा के कारण कई जिलों में अनेक स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं निचले इलाकों में पानी भर गया है और कई स्थानों पर राहत और बचाव कार्यों के लिए राहत आपदा बल्कि टीमों को तैनात किया गया है 29 अगस्त की सुबह 8:30 से 30 अगस्त की सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों की अवधि में होशंगाबाद में 340 मिलीमीटर की मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई है।

इसके अलावा शाजापुर में 135 मिलीमीटर उज्जैन में 121 मिलीमीटर भोपाल में 112 रायसेन में 83 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके साथ-साथ इंदौर में भी 73 मिलीमीटर की मूसलाधार वर्षा हुई है खंडवा में 62 मिलीमीटर धार में 28 मिलीमीटर सिवनी में 28 मिलीमीटर नरसिंहपुर में 24 मिलीमीटर छिंदवाड़ा में 20 मिलीमीटर दमोह में 19 दतिया में 19 और बेतूल में 16 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

बंगाल की खाड़ी से आए निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मध्य भारत के तमाम क्षेत्रों पर मॉनसून उग्र हुआ। शुरुआत में ओडिशा और छत्तीसगढ़ में बारिश हुई उसके बाद पूर्वी मध्य प्रदेश के इलाके प्रभावित हुए और अब पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा देने के बाद यह सिस्टम आगे बढ़ गया है। उम्मीद है कि अब यह राजस्थान और गुजरात को प्रभावित करेगा। मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान मुरैना, शिवपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, गुना, राजगढ़, आगर मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, झबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वनी में हल्की से मध्यम बारिश कुछ स्थान पर हो सकती है।

देवास, भोपाल, विदिशा, अशोकनगर, टीकमगढ़ से लेकर मध्य में छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी, और पूरब में जबलपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर समेत बाकी हिस्सों में मौसम साफ हो जाएगा। 31 अगस्त और 1 सितंबर को मध्य प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना है।

2 सितंबर से लौटेगी बारिश

मध्य प्रदेश में मॉनसून वर्षा की गतिविधियां 2 सितंबर से फिर शुरू होंगी। शुरुआत पूर्वी मध्य प्रदेश से हो सकती है और धीरे-धीरे राज्य के मध्य जिलों तथा पश्चिमी भागों में भी वर्षा देखने को मिलेगी। 2 सितंबर से लेकर 5-6 सितंबर तक मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां बरकरार रहेंगी।

इस बीच 1 जून से 30 अगस्त के बीच मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों पर सामान्य से 13% अधिक 768 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश के भागों में 891 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो औसत से 8% ज्यादा है।

Image credit: Dainik Bhaskar

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