[Hindi] मॉनसून 2019 का पटाक्षेप जल्द, 20 सितंबर से निकल सकता है वापसी की राह पर

September 12, 2019 8:47 PM|

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून जून से शुरू होकर सितंबर तक चलता है। जून मॉनसून के आगमन का महीना है तो सितंबर मॉनसून की विदाई का। मॉनसून के आगमन और वापसी की सामान्य तारीखें निश्चित तो हैं लेकिन प्रायः मॉनसून का आगमन और विदाई दोनों निर्धारित समय के आगे पीछे होती है। इसमें आगमन में बहुत अधिक अंतर देखने को नहीं मिलता लेकिन मॉनसून की वापसी सामान्य समय से हर बार देर से होती है।

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मॉनसून की वापसी की सामान्य समय सीमा है 1 सितंबर लेकिन अक्सर ऐसा देखा गया है जब मॉनसून सितंबर के के दूसरे पखवाड़े में वापसी की राह पर निकला है। कभी-कभी इसकी वापसी सितंबर के आखिर से शुरू हुई है।

मॉनसून की वापसी सबसे पहले पश्चिमी राजस्थान से होती। प्रायः ऐसा भी होता है कि पश्चिमी राजस्थान के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर से भी मॉनसून लौट जाता है। सकाइमेट के मौसम विभाग के प्रमुख एवीएम जीपी शर्मा के अनुसार मॉनसून की वापसी का कोई तय मापदंड नहीं है। साथ ही इसकी वापसी का समय, रफ़्तार और प्रक्रिया भी निश्चित नहीं है। हालांकि इतना तय है कि 1 सितंबर से पहले मॉनसून वापस नहीं होता।

मॉनसून की वापसी कब होती है

हालांकि मॉनसून की वापसी का यह मतलब नहीं है कि बारिश बिलकुल ही नहीं होगी। मॉनसून की वापसी के बाद किसी अन्य मौसमी कारण से बारिश हो सकती है। मॉनसून की वापसी का समय चार महीनों लंबा चलता है।

English Version:CURTAINS DOWN FOR MONSOON SOON, WITHDRAWAL TO COMMENCE AROUND SEPTEMBER 20

मॉनसून की वापसी 15 डिग्री उत्तरी अक्षांश तक ही होती है। जब तक मध्य भारत से मॉनसून विदा हो रहा होता है तब तक यानि अक्तूबर के मध्य तक दक्षिण भारत में उत्तर-पूर्वी मॉनसून का आगमन हो जाता है। इसलिए तमिलनाडु और कर्नाटक सहित दक्षिणी राज्यों से मॉनसून की वापसी नहीं होती है। दूसरी ओर पूर्वोत्तर राज्यों में 15 अक्तूबर तक मॉनसून वापस होता है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर से आमतौर पर सितंबर के आखिर तक मॉनसून वापस लौट जाता है। हालांकि इतिहास में कभी-कभी ऐसा भी हुआ है जब मॉनसून की वापसी अक्तूबर महीने में हुई है।

इस कब लौटे मॉनसून

इस साल मॉनसून की वापसी सितंबर के दूसरे पखवाड़े से शुरू होगी। इस दौरान पश्चिमी राजस्थान के साथ-साथ जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी से एक साथ मॉनसून अलविदा कह सकता है। क्योंकि इन भागों में पहले से ही बारिश बंद हो चुकी है। जल्द ही बाकी स्थितियाँ भी विकसित हो सकती हैं।

स्काइमेट के आंकलन है कि 20 सितंबर के आसपास चार महीनों लंबे बारिश का सीजन मॉनसून वापसी की राह पर निकल सकता है।

Image credit: DNA India

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