बिहार में मॉनसून 2019 के कमजोर रहने की संभावना है। मॉनसून के दौरान अगर बारिश के आंकड़ें को देखें तो, अब तक राज्य में 13 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज हुई है। दूसरी तरफ, जुलाई के आखिरी में राज्य के उत्तरी जिलों में बाढ़ का भीषण प्रकोप भी देखने को मिला।
अब तक हुए मॉनसून की वर्षा से राज्य के सभी क्षेत्रों को लाभ नहीं हुआ। अधिकतर बारिश राज्य के उत्तरी भागों में ही दर्ज हुई। लगातार हुई भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का कहर देखने को मिला तथा जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ-साथ किसानों को काफी खामियाजा भुगतना पड़ा।
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पिछले कुछ दिनों से राज्य से अधिकांश स्थानों में गर्म और शुष्क मौसम बना हुआ है। हालांकि, बीते 24 घंटों के दौरान पटना और गया में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गयी है। बिहार में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां मॉनसूनी बारिश का असर ना के बराबर रहा। इनमें खासकर, नवादा, बांका तथा गया जैसी जगहें शामिल है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राज्य के दक्षिणी और पूर्वी जिलों में अगले 24-48 घंटों में हल्की से मध्यम मॉनसूनी बौछारें देखी जा सकती है। उस दौरान, भारी बारिश की कोई उम्मीद नहीं है। 25 अगस्त के बाद से बिहार का मौसम लगभग शुष्क ह जाएगा और अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा।
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अगस्त महीने के आखिरी में यानि 30-31 के आसपास बिहार में पुनः बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती है। लेकिन, उस दौरान भी भारी बारिश की संभावनाएं ना के बराबर ही है।
बिहार में आगामी संभवतः बारिश के बाद यानि सितम्बर के शुरूआती दौर में मॉनसूनी बारिश के आंकड़ों में और बढ़ोतरी की आशंका है।
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