केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान यानि 8 जून को लगभग एक सप्ताह के लम्बे इंतज़ार के बाद आख़िरकार दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2019 का आगमन हो गया। इस समय मौसमी स्थितियां मॉनसून के वृद्धि के लिए अनुकूल हैं। उम्मीद है कि अगले 48 घंटों में पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून दस्तक दे देगा।
8 जून तक के आंकड़ों के मुताबिक, केरल में 63 प्रतिशत बारिश की कमी रिकॉर्ड हुई है। लेकिन, पिछले 24 घंटों से केरल के अधिकांश भागों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होने के बाद अनुमान है कि केरल में बारिश की कमी का स्तर कम होगा या फिर सामान्य तक पहुंच जायेगा। इस तरह के व्यापक बारिश के कारण अगले एक सप्ताह में केरल में बारिश के स्तर में उछाल की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों में यानि शनिवार को सुबह 08:30 बजे से, अलप्पुझा में 66 मिमी, तिरुवनंतपुरम में 32 मिमी, त्रिवेंद्रम में 28 मिमी, कोच्चि में 23 मिमी, पुनालुर में 12 मिमी और कोट्टायम में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
यह व्यापक मौसमी गतिविधियाँ दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर विकसित होने वाले निम्न दवाब क्षेत्र के साथ होंगी। यह मौसमी प्रणाली निम्न दबाव वाले क्षेत्र में तीव्रता बढ़ाएगी और पश्चिमी तटीय भागों की तरफ उत्तर / उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगी।
इन मौसम प्रणाली के कारण, केरल के अधिकांश हिस्सों में तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ पहुँच रही हैं। जिससे उमस में वृद्धि होगी और बाद में यह बादल के विकास और भारी वर्षा देने में मददगार होगा। यह भारी बारिश अगले चार से पांच दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है।
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मौसमी चेतावनी : अगले 48 घंटे में हल्लाबाग, एर्नाकुलम, इडुक्की, कन्नूर, कासरगोड, कोल्लम, कोट्टायम, कोझिकोड़, मलप्पुरम, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर और वायनाड जिले के अलग-अलग स्थानों पर गरज और आकाशीय बिजली के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की उम्मीद है।
भारी बारिश के कारण, आने वाले दिनों में केरल के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति होने की भी संभावना है। धीरे-धीरे जब मौसम प्रणालियां कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय भागों की ओर बढ़ेंगी, केरल में बारिश की तीव्रता कम होने लगेगी। हालांकि, रुक-रुक कर होने वाली बारिश का दौर 16 जून तक जारी रहेगा।
स्काइमेट के मौसम जानकारों के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत केरल के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश लाती है। हालांकि इन भारी बारिश से पिछले साल की तरह अत्यधिक बाढ़ नहीं आएगी लेकिन फिर भी इस तरह स्थिति से बचने के लिए एहतियात जरूर बरतें।
Image credit:Free Press Journal
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