मॉनसून की चाल ख़राब करने वाले अल नीनो की विदाई का आखिरकार समय आ गया है। अब ईएनएसओ के तटस्थ होने के लिए रास्ता साफ हो रहा है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार भूमध्य रेखा के पास समुद्र की सतह का तापमान तीन सप्ताह से लगातार गिर रहा है। इस सप्ताह की गिरावट उल्लेखनीय रही है। पिछले सप्ताह के 0.4°C के मुक़ाबले इस सप्ताह तापमान 0.1°C पर दर्ज किया गया।
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मौसम विशेषज्ञों के अनुसार नीनो में इस तरह का उतार-चढ़ाव सामान्य बात है। इसके अलावा नीनो 3.4 रीजन में भी 22 जुलाई को तापमान गिरकर 0.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। उसके तुरंत बाद अगले दो सप्ताह के लिए तापमान में वृद्धि का रुझान में देखने को मिला था। हालांकि यह उतार-चढ़ाव अल नीनो के तटस्थ स्थिति में जाने के संकेतक के तौर पर माने जा सकते हैं।
तटस्थ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए 3 महीनों का क्रमानुगत तापमान, जिसे ओषनिक नीनो इंडेक्स (ओएनआई) कहते हैं, 3.4 क्षेत्र में निर्धारित सीमा 0.5°C से नीचे होना चाहिए।
अब तक ओएनआई पिछले 9 चरणों में औसत सीमा से ऊपर चल रहा था। लेकिन पिछले दो चरणों से ओएनआई वैल्यू में भी गिरावट का रुझान देखने को मिल रहा है। अब हमारा अनुमान है कि आने वाले तीसरे चरण यानि जून-जुलाई-अगस्त में भी यह निर्धारित 0.5°C से नीचे ही रहेगा।
अब अल नीनो के ख़त्म होने के लिए जिस तरह की स्थितियाँ दिखाई दे रही हैं यह मॉनसून शुरू होने से पहले जताई गई संभावना के अनुरूप है। स्काइमेट ने भी कहा था कि मॉनसून के आखिरी दो महीनों यानि अगस्त और सितंबर में जून और जुलाई के मुक़ाबले मॉनसून का बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा क्योंकि तब तक अल नीनो कमजोर हो जाएगा।
अब अल नीनो के अस्तित्व में बने रहने की संभावना महज़ 30% रह गई है। आने वाले दिनों में यह और कमजोर हो जाएगा। ईएनएसओ की तटस्थ स्थिति सर्दी के मौसम में भी बनी रहेगी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब मॉनसून वर्षा पर अल नीनो का प्रभाव ना के बराबर दिखेगा। अगस्त में पहले भी उम्मीद से बेहतर बारिश हो चुकी है। अब चूंकि समुद्री स्थितियाँ मॉनसून की दिशा निर्धारक नहीं होंगी ऐसे में मॉनसून की चाल और इसके प्रदर्शन के लिए मॉनसून की जो अपनी विशेषताएँ हैं, उन्हीं का प्रभाव देखने को मिलेगा।
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