जैसा कि स्काईमेट वेदर ने भविष्यवाणी की थी, उसी के मुताबिक, देश के पूर्वी इलाकों के बाद अब बारिश, उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में अपना जलवा बिखेरने को तैयार है।
उष्णकटिबंधीय तूफान 'डे', लैंडफॉल बनाने के तुरंत बाद एक डीप डिप्रेशन में तब्दील हो गया था और अब छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों में डीप डिप्रेशन के रूप में देखा जा रहा है। यह आज रात तक कमजोर होकर डिप्रेशन में परिवर्तित हो जाएगा और मध्य प्रदेश पर आगे बढ़ेगा।
शनिवार तक, यह कमजोर होकर मध्य प्रदेश पर निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील होगा। साथ ही एक नया पश्चिमी विछोभ जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में सक्रिय हो सकता है। दोनों मौसमी प्रणालियां उत्तरपश्चिम मैदानी इलाकों से होते हुए उत्तर-दक्षिण ट्रफ के तौर पर पश्चिमी हिमालय से पश्चिम मध्य प्रदेश तक आपस में मिलेंगी।
इन मौसमी प्रणाली के प्रभाव की वजह से, हवाओं के पैटर्न में बदलाव आ चुका है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के मैदानी इलाकों में आर्द्र दक्षिणपूर्वी हवाओं ने शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं की जगह ले ली है।
इसके साथ, शुक्रवार की शाम या रात इन सभी क्षेत्रों में मानसूनी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़नी शुरू हो जाएंगी। हालांकि ये बौछारें हल्की होंगी और कहीं-कहीं देखने को मिलेंगी।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शनिवार तक बारिश की तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे हम कई स्थानों पर सामान्य बारिश की उम्मीद कर सकते हैं, जबकि कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी बारिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
अलग-अलग तीव्रता की ये बौछारें 24 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है। हालांकि इसकी तीव्रता भिन्न हो सकती है लेकिन इस दौरान कुछ जगहों पर तेज बारिश हो सकती है।
आज से 24 सितंबर तक अंबाला, भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गुड़गांव, हिसार, झज्जर, जिंद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल, पंचकुला, पानीपत, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, अमृतसर, बरनाला, भटिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फजिलका, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जलंधर, कपूरथला, लुधियाना, मनसा, मोगा, मुक्तसर, पठानकोट, पटियाला, रुपनगर, साहिबजादा अजीत सिंह नगर, संगरूर, शहिद भगत सिंह नगर और तरण तारण में 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
इस बीच उत्तर प्रदेश में अगले 36 घंटों के दौरान आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, अम्बेडकर नगर, अमेठी, औरय्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फैजाबाद, फ़रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोज़ाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, गाज़ीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, जालौन, जौनपुर, झांसी, ज्योतिबा फुले नगर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कांशीराम नगर, कौशम्बी, खीरी, कुशीनगर, ललितपुर, लखनऊ, महामाया नगर, महोबा, महाराजगंज, मैनपुरी, मथुरा, मऊ, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, सहारनपुर, संभल, संत कबीर नगर, संत रविदास नगर (भदोही), शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, उन्नाव और वाराणसी में भी मौसम की परिस्थितियां कुछ इसी तरह रहने की संभावना है।
अलग-अलग तीव्रता की ये बौछारें 24 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है। आगामी दिनों में होने वाली बरसात की वजह से बढ़ते हुए तापमान में कमी आयेगी और तापमान 30 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे जा सकता है। सुबह और रात के वक़्त मौसम सुहाना होगा और दोपहर के समय भी गर्मी ज्यादा नहीं होगी।