राजधानी दिल्ली में कल इस सीज़न का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया। इस वर्ष अब तक की सबसे भीषण गर्मी ने सोमवार को दिल्ली में लोगों को परेशान कर दिया। राजधानी दिल्ली के सफदरजंग में कल अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल की गर्मी की तुलना बीते 10 वर्षों में सबसे गर्म दिन से करें तो सफदरजंग में इससे पहले 2013 में 24 मई को अधिकतम तापमान 45.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो मई महीने में बीते एक दशक में सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड है।
पालम में सोमवार का अधिकतम तापमान रहा 45.4 डिग्री सेल्सियस। इससे पहले 2010 में 18 मई को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था। इसी तरह दोनों मौसम केन्द्रों पर मई महीने में दर्ज किए गए रिकॉर्ड तापमान का ज़िक्र करें तो पालम में 26 मई 1998 को अब तक का रिकॉर्ड 48.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। सफदरजंग में 1944 में 29 मई सबसे गर्म रही जब यहाँ अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री पर पहुँच गया था जो मई में अब तक का सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजधानी और इसके आसपास के भागों में जल्द ही मौसम ले सकता है करवट। इस समय एक ट्रफ रेखा मध्य पाकिस्तान से हरियाणा तक बनी हुई है जिसके प्रभाव से दिल्ली में आज और कल कुछ मौसमी हलचल देखने को मिलेगी जिससे तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। आज देर शाम या रात के समय राजधानी में धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है।
मौसम में इस बदलाव का प्रभाव कल यानि 17 मई को भी जारी रह सकता है। राजधानी और इसके आसपास के हिस्सों में 17 मई को धूलभरी आँधी और बादलों की गर्जना के साथ वर्षा भी हो सकती है। इस मौसमी हलचल के चलते बीते कुछ दिनों की भीषण गर्मी से अगले 24 से 48 घंटों के दौरान कुछ राहत रहने की संभावना है। आज अधिकतम तापमान कल के मुक़ाबले 1 डिग्री कम 43 डिग्री के आसपास और कल 42 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा सकता है।
दो दिनों की गतिविधि के बाद 18 मई से 20 मई के दौरान फिर से पारा ऊपर जाएगा। लेकिन अच्छी खबर यह है कि राजधानी को 21 से 23 मई के बीच अच्छी बारिश भिगो सकती है। जिससे 21 और 22 मई से फिर से तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 21 से 23 मई तक अच्छी प्री-मॉनसूनी वर्षा होने की संभावना है।
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