जम्मू कश्मीर स्थित वैष्णो देवी धाम के लिए देश भर से श्रद्धालू यूं तो पूरे साल जाते रहते हैं, लेकिन सबसे अधिक भक्तों का तांता सर्दियों में देखने को मिलता है। इस समय जम्मू कश्मीर में भीषण शीतलहर चल रही है। बर्फबारी या बारिश राज्य में कुछ दिनों से बंद है। इसके बावजूद अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाएँ चल रही हैं। समुद्र तल से लगभग 1600 मीटर ऊंचाई पर स्थित मंदिर परिसर के पास भी बर्फ जैसे ठंडक पड़ रही है।
इन हवाओं के कारण वैष्णो देवी भवन और आसपास के भागों में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। आज भी रात का तापमान शून्य से 3 डिग्री कम रहा। जो सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम है। इसी तरह दिन का तापमान भी 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया गया। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब से लगभग एक सप्ताह तक इस मौसम में कोई बदलाव अपेक्षित नहीं है।
आगामी एक सप्ताह तक जम्मू कश्मीर के पास प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने वाला है जिससे मौसम के इस मिजाज़ में खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि हल्के बादल आते रहेंगे जिससे पिछले दिनों में पड़ी बर्फ भी नहीं पिघलेगी और उसकी ठंडक हवाओं के साथ कटरा सहित वैष्णो देवी धाम पर शीतलहर के रूप में कड़ाके की ठंडक का कारण बनी रहेगी। अगले एक सप्ताह के दौरान कटरा में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रहेगा। इस दौरान भवन पर पारा क्रमशः शून्य से 2-3 डिग्री नीचे और 9-10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जा सकता है।
रियासी ज़िले में स्थित कटरा और वैष्णो देवी भवन का मौसम बर्फीली सर्दी लिए आ रही हवाओं से प्रभावित होता रहेगा। इसलिए अगर आप वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आगामी एक सप्ताह के भीतर जाने की तैयारी में हैं तो इस दौरान बारिश या बर्फबारी कोई बाधा नहीं बनेगी। लेकिन कड़ाके की ठंडक किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगी। हालांकि कटरा आधार शिविर से चढ़ाई तक यह भीषण सर्दी नहीं लगेगी लेकिन देवी के भवन पर पहुँचने के बाद अचानक आपका मुक़ाबला हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से होगा। इसलिए सर्दी से निपटने की तैयारी के साथ जाएं।
Image credit: Dainik Jagran
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