दुनिया भर में वर्ष 2016 को सबसे गर्म साल के रूप में देखा जा रहा है। भारत के संदर्भ में भी मौसम कुछ यही कहानी कह रहा है। अप्रैल की शुरुआत से ही दिल्ली में तापमान नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है। दिल्ली के सफदरजंग में पारा 2 अप्रैल को 38.9 डिग्री सेल्सियस जबकि पालम में 41.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था। इसके अगले दिन यानि कि 3 अप्रैल को तपन और बढ़ गई क्योंकि पारा सफदरजंग में 39.4 डिग्री तक और पालम में 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया।
बीते 10 वर्षों में अप्रैल माह में यह सबसे अधिक तापमान है। हालांकि इस स्तर पर तापमान आमतौर पर अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पहुंचता है। लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है जैसे समय से पहले ही गर्मी अपना रौद्र रूप दिखने पर आमदा है।
दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र द्वारा बीते 10 वर्षों में अप्रैल माह के पहले सप्ताह में रिकॉर्ड किए गए तापमान के आंकड़े नीचे दी गई सारणी में देख सकते हैं:
दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र द्वारा बीते 10 वर्षों में अप्रैल माह में रिकॉर्ड गया सबसे उच्चतम तापमान इस सारणी में दिया गया है:
मध्य भारत के रास्ते उत्तर भारत में पहुँच रही गर्म दक्षिण-पूर्वी हवाओं के प्रभाव से दिल्ली और आसपास के भागों में तापमान में यह अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। मध्य प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ भागों में अधिकतम तापमान पहले से ही 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। मध्य भारत के अनेक भागों में बीते कई दिनों से लू जैसे हालात हैं जिसका प्रभाव दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ उत्तर भारत के मैदानी भागों में भी पहुंचा है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार दिल्ली और आसपास के शहरों में तापमान में हल्की गिरावट होने की संभावना है क्योंकि उत्तर भारत में बने पश्चिमी विक्षोभ और मैदानी क्षेत्रों पर पहुंचे चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के अब कमजोर होने के आसार हैं। धीरे-धीरे आगे निकल रहे इन दोनों सिस्टमों के कारण हवाओं के रूख में बदलाव आएगा।
स्काइमेट के मौसमी विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में अगले कुछ घंटों में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलना शुरू होंगी जिससे दिन के तापमान में हल्की कमी देखने को मिलेगी। आगामी 7 अप्रैल को बादलों की गर्जना होने की भी संभावना है जिससे कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि अप्रैल में तापमान सामान्य से अधिक ही रहने वाला है इसलिए दिल्ली वालों को अधिक गर्मी को झेलने और इससे बचाव के उपाय करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
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