[Hindi] उत्तराखंड में ग्लेशियर में विस्फोट से धौलीगंगा नदी ने मचाई तबाही, 100-150 लोगों के मारे जाने की आशंका

February 7, 2021 2:32 PM | Skymet Weather Team

उत्तराखंड के चमोली जिले में बड़ी तबाही की आशंका है, जहां धौलीगंगा नदी ने अचानक बेहद उग्र रूप ले लिया। नदी के रास्ते में पड़ने वाले तमाम इलाकों में बाढ़ के तांडव की खबर है। नदी के रास्ते में आने वाले कई गांव इस नदी के बहाव की चपेट में आए हैं। रानी गांव में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के पास ग्लेशियर में विस्फोट के चलते धौलीगंगा नदी में यह बाढ़ आई है।

यह ग्लेशियर उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के पास फटा है जिसके चलते नदी में अचानक पानी बढ़ा और ना नदी के रास्ते में आने वाले तमाम इलाकों को इसने अपनी चपेट में ले लिया। इसके चलते बड़े स्तर पर तबाही की आशंका जताई जा रही है। ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट इससे सीधे तौर पर प्रभावित हुआ है। आपदा मोचन बल की डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि 150 से अधिक मजदूर लापता हो गए हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि पावर प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने उन्हें सूचना दी है कि 150 कर्मी, जो इस परियोजना में काम पर लगे थे उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।

इस घटना को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें हरकत में आ गई हैं। तमाम एजेंसियों को इस आपदा के रास्ते में आने वाले तमाम इलाकों में तत्काल आवश्यक राहत उपाय करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस आपदा से जुड़ी और जानकारियों की प्रतीक्षा है।

पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार और देहरादून के इस बाढ़ के पानी से प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है और इन सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस आपदा की जानकारी दी है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने के आदेश दे दिए गए हैं।

हालांकि उन्होंने किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है लेकिन लोगों से आग्रह भी किया कि बाढ़ से जुड़ी पुरानी घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर अफवाहें ना फैलाएं।

हाल ही में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत उत्तर भारत के पहाड़ों पर व्यापक बर्फबारी दर्ज की गई थी। लेकिन ग्लेशियर में विस्फोट के कारणों का अभी पता नहीं चला है।

Image credit: The Statesman

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