भारत के मध्य क्षेत्रों में खासतौर पर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र में इस साल मार्च महीने में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इस समय भी कई इलाकों में बारिश का मौसम बना हुआ है। अनुमान है कि अगले 24 घंटों तक कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी। मध्य भारत में 1 मार्च से 30 मार्च के बीच सामान्य से 227% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
आमतौर पर मार्च महीने में मध्य भारत के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश में कमी आ जाती है। इसमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दक्षिणी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बारिश बहुत कम हो जाती है। लेकिन साल 2020 के मार्च महीने में मध्य भारत के भागों में व्यापक बारिश देखने को मिली है।
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पिछले 24 घंटों के दौरान भी महाराष्ट्र के विदर्भ में अधिकांश स्थानों पर वर्षा रिकॉर्ड की गई। एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि और तेज़ बारिश हुई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा में जारी रहेगी बारिश
इस समय केरल से लेकर छत्तीसगढ़ तक बनी ट्रफ के चलते ही मध्य भारत के बहगों में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। इसी सिस्टम के चलते विदर्भ और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर और मराठवाड़ा में एक-दो जगहों पर गर्जना के साथ बारिश जारी रहेगी। दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी कुछ स्थानों पर वर्षा के आसर हैं। दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश के एक-दो इलाकों में बारिश हो सकती है। ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों में वर्षा जारी रहने की संभावना है।
मध्य भारत के इन भागों पर बारिश की गतिविधियां रुक-रुक कर अगले 48 घंटों तक जारी रहेंगी। बारिश के साथ कहीं-कहीं पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की दर से हवाएँ चल सकती हैं। ओले भी गिरने के आसार हैं।
दूसरी ओर पश्चिमी मध्य प्रदेश, कोंकण गोवा, गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में तापमान में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। अनुमान है कि 48 घंटों के बाद सभी भागों में मौसम साफ हो जाएगा और पारा तेज़ी से ऊपर जाएगा।
Image credit: Patrika.com
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