भारतीय मुख्य भू भाग पर इस समय ब्रेक मॉनसून का स्थिति देखने को मिल रहा है। जिसके वजह से हिमालय और पूर्वोत्तर भारत के हिस्सों के साथ पश्चिमी तटीय भागों के कुछ क्षेत्रों में मॉनसून लगभग खत्म होती दिखाई दे रही है। बाकी राज्यो, खासकर मध्य भारत मे लोगो को शुष्क मौसम का सामना करना पड़ रहा है।
लेकिन अभी परिस्थिति बदलती दिख रही है। क्यूंकि, निम्न दवाब क्षेत्र बहुत जल्द इन जगहों पर अपना असर दिखाएगी। साथ ही, बीते 24 घंटों से मध्य भारत और उससे सटे उत्त्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है।
आने वाले दिनों में इसके और चिन्हित होने की उम्मीद है। जिसके बाद अगले 24 घंटों में बंगाल की खाड़ी, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में निम्न दवाब क्षेत्र के रूप में बदलने की संभावना है। इस मौसमी सिस्टम के कारण, आगामी दिनों में ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मॉनसूनी बारिश की उम्मीद है।
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इसके अलावा दक्षिण भारत, जहां पिछले कुछ दिनों से बारिश नदारद है। वहां भी मॉनसूनी बारिश की वापसी देखी जा सकती है। मॉनसून के इस नए उछाल से गोवा से केरल के लिए पहले से ही गुजरने वाले अप तटीय ट्रफ रेखा के मजबूत होने की संभावना है। यह निम्न दवाब क्षेत्र केरल और तटीय कर्नाटक में भारी से मूसलाधार बारिश की गतिविधियों को बढ़ाएगा। केरल के साथ-साथ तटीय कर्नाटक में 18 से 22 जुलाई के बीच भारी से मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
Image credit: The Epoch Times
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