पश्चिम-केंद्रीय बंगाल की खाड़ी पर बना डीप डिप्रेशन अब किसी भी वक़्त चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। उष्णकटिबंधीय तूफान का प्रभाव पूर्वी तट पर पहले से ही देखा जा सकता है।
उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश शुरू हो गई है। हालांकि इन दोनों राज्यों में चक्रवात ज्यादा सक्रिय रहेगा, लेकिन देश के अन्य हिस्सों पर भी इसका व्यापक असर पड़ेगा।
दक्षिण छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पहले से ही मानसूनी बारिश होना शुरू हो गई है। बुधवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान जगदलपुर में 17.6 मिमी बारिश हुई जबकि धार में 7.7 मिमी, खांडवा में 22 मिमी और पंचमढ़ी में 2 मिमी वर्षा हुई।
अब जबकि मौसम प्रणाली, पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में, उड़ीसा और उत्तरी आंध्र तट की तरफ बढ़ रही है। इसलिए इसकी तीव्रता और इसका दायरा आज रात तक बढ़ जायेगा और छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों को कवर कर लेगा। धीरे-धीरे, वर्षा का दायरा पश्चिमी मध्य प्रदेश तक पहुंच जायेगा।
22 सितंबर को पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश की तीव्रता में वृद्धि होगी, लेकिन छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बारिश में कमी आएगी। 24 सितंबर तक मौसम प्रणाली कमजोर हो जाएगी और उत्तर पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ जाएगी। इस वजह से पूरे मध्य भारत में वर्षा कम हो जाएगी।
इसलिए, 25 सितंबर के बाद, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर शुष्क हो जायेगा।