Skymet weather

[Hindi] लुधियाना में फ्रीजिंग पॉइंट पर तापमान, उत्तर भारत में क्रिसमस जैसी भीषण सर्दी नए साल के आगमन पर भी अपेक्षित

December 26, 2020 8:30 AM |

भारत के औद्योगिक शहर लुधियाना में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीते 2 सप्ताह से तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ और अब पारा 1.6 डिग्री के स्तर पहुंच पर पहुंच गया जो कि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में सभी शहरों में सबसे कम तापमान है। साथ ही यह लुधियाना का इस साल की सर्दी का सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा।

लुधियाना में न्यूनतम तापमान में तेज़ी से गिरावट का क्रम 20 दिसंबर से शुरू हुआ और 25 दिसंबर आते-आते इसमें 5 डिग्री का अंतर आ गया। इन 6 दिनों के दौरान तापमान क्रमशः इस प्रकार रिकॉर्ड किया गया: 20 दिसंबर को 6.2 डिग्री, उसके बाद 5.7, 3.6, 2.8, 2.1 और आखिरकार आज 2 डिग्री से भी नीचे 1.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जिसके चलते लुधियाना के कई इलाकों में भीषण शीतलहर का प्रकोप देखने को मिला।

लुधियाना में न्यूनतम तापमान बीते दो हफ्तों से 1 अंकों में दर्ज किया जा रहा है। घने कोहरे और बर्फीली हवाओं के चलते हालात और बदतर हुए हैं। भीषण सर्दी लोगों को परेशान कर रही है। लुधियाना शहर में पिछले हफ्ते औसत न्यूनतम 6.8 डिग्री की तुलना में 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। इस तरह की लंबी सर्दी लुधियाना के लिए सामान्य मौसमी घटना नहीं है। इस प्रकार लुधियाना में पिछले सप्ताह जो सर्दी पड़ी वह इतिहास में सबसे सर्द सप्ताह माना जाएगा।

आगामी 48 घंटों के दौरान हाड़ कंपाने वाली सर्दी से कुछ राहत मिलने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में पहुंचने वाला है, जिसके प्रभाव से मैदानी इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होगा। इन सिस्टमों के कारण उत्तर भारत के मैदानी भागों में हवाओं का रुख बदल कर उत्तर-पश्चिमी की जगह दक्षिण-पूर्वी हो जाएगा। यह हवाएँ आर्द्र और गर्म होंगी जिससे न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की आसार हैं। हालांकि सुबह तापमान कम ही बना रहेगा और जिससे सुबह की सर्दी और कोहरा जारी रहेगा।

संभावित राहत कुछ ही समय के लिए मिलने वाली है। लुधियाना समेत पंजाब और हरियाणा तथा आसपास के भागों में सर्द हवाएं एक बार फिर से अपना डेरा जमा आएंगी और 48 घंटों के बाद तापमान फिर से वर्तमान स्तर पर पहुंचेगा। यानी जो सर्दी हमें क्रिसमस के दिन लुधियाना में देखने को मिली है वहीं सर्दी नए साल के आगमन पर भी पड़ सकती है।

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।






For accurate weather forecast and updates, download Skymet Weather (Android App | iOS App) App.

Other Latest Stories







latest news

Skymet weather

Download the Skymet App

Our app is available for download so give it a try