पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी भागों सहित तलहटी के कुछ और हिस्सों में निम्न दबाव क्षेत्र में भारी वर्षा दर्ज की गई। अब यह निम्न दवाब क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और इससे सटे पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश में एक चक्रवाती हवा के क्षेत्र के रूप में कमजोर हो गया है।
कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण, शुरू में उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भागों में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि हुई है और अब अगले 24 घंटों में दक्षिणी और मध्य उत्तर प्रदेश में बारिश तेज होने की उम्मीद है।
इस समय एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र और एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से दक्षिणी भागों को कवर कर रहा है। इस प्रणाली के उत्तरी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है जिसके कारण उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वर्षा की गतिविधि बहुत अच्छी बनी रहेगी।
पिछले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश के ओरई में 79 मिमी, कानपुर में 70 मिमी, बहराइच में 67 मिमी, बरेली में 60 मिमी, बांदा में 54 मिमी, लखनऊ में 44 मिमी , गोरखपुर में 25 मिमी और झाँसी में 73 मिमी बारिश दर्ज की गई।
साथ ही, राज्य के बाकी हिस्सों में भी अधिकांश स्थानों पर हल्की बारिश देखी गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य और दक्षिण-पूर्वी भागों में आज मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। मॉनसून की बारिश से प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, फैजाबाद, गोंडा के इलाके प्रभावित होंगे। चूंकि ट्रफ रेखा के उत्तरी दिशा में स्थानांतरित होने की संभावना है। इस वजह से पूर्वी भाग और उत्तर प्रदेश की तलहटी वाले इलाकों में कल से मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
साथ ही, अगले चार से पांच दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश जारी रहने की संभावना है। हालाँकि, अब तक के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 60 प्रतिशत और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 58 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है। संभवतः होने वाले बारिश से कमी के स्तर को सुधारने में मदद मिल सकती है।
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Image Credit: UPwarta
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