उत्तर प्रदेश के कई भागों में मॉनसून वर्षा की फिर से वापसी हो रही है। तराई क्षेत्र अगले कुछ दिनों के लिए वर्षा का केंद्र होंगे। इस समय गुजरात, मध्य प्रदेश और ओड़ीशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही मॉनसून की अक्षीय रेखा जल्द ही उत्तर भारत की तरफ पहुंचेगी। अनुमान है कि 31 अगस्त को मॉनसून ट्रफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में आ जाएगी। इस बदलाव के चलते ही उत्तर प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून ट्रफ की स्थिति में बदलाव के चलते 31 अगस्त से 2 सितंबर के बीच उत्तर प्रदेश के कई भागों में वर्षा होने का अनुमान है। इस दौरान राज्य के दक्षिणी हिस्सों में अपेक्षाकृत कम वर्षा होगी जबकि तराई वाले भागों और उत्तर-पश्चिमी जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है।
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मॉनसून ट्रफ के उत्तर प्रदेश पर पहुँचने से कल से आर्द्र पूर्वी और दक्षिणी पूर्वी हवाएँ तेज़ हो जाएंगी जिससे बादलों का प्रभाव भी बढ़ता हुआ दिखाई देगा। अनुमान है कि दक्षिणी जिलों बांदा, झाँसी, चित्रकूट, कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी सहित अन्य भागों में 31 अगस्त से 2 सितंबर तक मुख्यतः हल्की वर्षा दर्ज की जाएगी। इस दौरान एक-दो स्थानों पर मध्यम बौछारें गिरने का भी अनुमान है। आगरा और मथुरा में भी हल्की बारिश होने के आसार हैं। दिल्ली में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों की बात करें तो यहाँ वर्षा अधिक होगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार राजधानी लखनऊ सहित मेरठ, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, बहराइच और गोरखपुर सहित राज्य के तराई वाले अधिकांश जिलों में मध्यम वर्षा देखने को मिल सकती है। इन भागों में बारिश की गतिविधियां 31 अगस्त से शुरू होंगी और 2 सितंबर तक जारी रहेंगी। राज्य के तराई क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। हालांकि आगामी बारिश के दौर से बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका नहीं है।
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