दक्षिण भारत के भागों में उत्तर-पूर्वी मॉनसून के आगमन के बाद से ही तमिलनाडु के तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है। दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में मॉनसून का प्रभाव अभी कम है लेकिन तटीय आंध्र प्रदेश और केरल के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर अच्छी वर्षा देखने को मिल रही है। अनुमान है कि दक्षिणी राज्यों में अगले कुछ दिनों के दौरान मॉनसून में काफी व्यापक हलचल होगी और कई स्थानों पर मध्यम से भारी दर्ज की जाएगी। कुछ जगहों पर मूसलाधार वर्षा का भी अनुमान है।
इस दौरान तमिलनाडु के तटों से करीब बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में समुद्र अशांत रहेगा। तटवर्ती जिलों में भारी बारिश के साथ तूफानी हवाएं चलने की भी आशंका है। स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार श्रीलंका और इससे सटे दक्षिणी तमिलनाडु पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो अगले दो-तीन दिनों तक तमिलनाडु और केरल के कई इलाकों में भारी बारिश देगा।
चेन्नई में पिछले 24 घंटों के दौरान मूसलाधार वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इस तरह की गतिविधियां आने वाले दिनों में भी देखने को मिलेंगी। चेन्नई में बृहस्पतिवार सुबह 8:30 बजे से शुक्रवार 8:30 बजे के 24 घंटों के मध्य 182 मिलीमीटर की भीषण बारिश हुई है। बारिश के चलते चेन्नई के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और सामान्य जनजीवन व्यापक रूप में प्रभावित हुआ है।
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इस बीच दक्षिण चीन सागर और इसे सटे सियाम की खाड़ी में भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है जो अगले 24 से 36 घंटों के बीच अंडमान सागर में पहुंचेगा और उसके बाद बंगाल की खाड़ी में आ जाएगा। शुरुआत में इसकी दिशा उत्तर-पश्चिमी रहेगी और आगे बढ़ने पर खाड़ी से ही यह उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर रुख करेगा। इस सिस्टम की समुद्री यात्रा काफी लंबी होगी जिसके चलते इसके सशक्त होने की प्रबल संभावना है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्यों के आधार पर स्काईमेट का आकलन है कि देश के पूर्वी तटीय भागों में आने वाले दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है। यह सिस्टम चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों को व्यापक रूप में प्रभावित कर सकता है।
फिलहाल दक्षिणी तटीय तमिलनाडु के पास बने निम्न दबाव के प्रभाव से अगले दो-तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु और केरल में अच्छी बारिश की गतिविधियां बनी रह सकती हैं।
Image Credit: Thenewsminutecom
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