बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के तटों के पास बना निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 48 घंटों के दौरान और सशक्त होते हुये गहरे निम्न दबाव का रूप ले सकता है। स्काइमेट के अनुसार यह सिस्टम पिछले कुछ समय से अपनी क्षमता बनाए हुये है। लेकिन जमीनी भागों के करीब होने के चलते इसके और प्रभावी होने में बाधा आ रही है।
इसके अलावा अरब सागर में भी एक प्रभावी मौसमी सिस्टम बना हुआ है जो बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों पर बने निम्न दबाव के पास से नमी को खींच ले रहा है और इसे प्रभावशाली नहीं बनने दे रहा है। हालांकि अरब सागर में गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा में आगे जा रहा है जिससे आसार हैं कि खाड़ी का निम्न दबाव का क्षेत्र अपनी क्षमता को जल्द ही और बढ़ा लेगा। क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ यह तमिलनाडु के किनारों के करीब से उत्तरी दिशा में यह आगे बढ़ेगा। हालांकि इस मौसमी सिस्टम के जमीनी भागों पर आने की संभावना नहीं है।
बारिश की बात करें तो अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के तटीय भागों में ही हल्की बारिश दर्ज की जाएगी। उसके पश्चात बारिश की गतिविधियों में व्यापक रूप में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी, जो बहुप्रतीक्षित उत्तर-पूर्वी मॉनसून की शुरुआत की तसदीक भी करेगी।
चूंकि यह मौसमी सिस्टम तटीय किनारों से होते हुए उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक पहुंचेगा इसलिए बारिश की गतिविधियां और अधिक भागों में देखने को मिलेंगी। शुरुआत में आंध्र प्रदेश उसके बाद ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल तक बारिश का प्रसार बढ़ने की संभावना है।