[Hindi] श्रीनगर, गुलमर्ग, कुलगाम, लाहौल-स्पीति, अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली, मेरठ सहित उत्तर भारत में सूखे का अकाल जल्द होगा खत्म, प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ लेकर आ रहा बारिश का मौसम

November 11, 2020 8:00 AM|

उत्तर भारत के राज्यों में लंबे समय से जारी सूखे मौसम में अब ब्रेक लगने वाली है, क्योंकि एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ कैस्पियन सागर से उठने के बाद ईरान और अफगानिस्तान को पार करते हुए उत्तरी पाकिस्तान के करीब पहुंचने वाला है। उम्मीद है कि यह सिस्टम 12 नवंबर को जम्मू कश्मीर के पास आ जाएगा और 12 नवंबर से 16 नवंबर के बीच उत्तर भारत के पहाड़ों को प्रभावित करेगा। मैदानी इलाकों में 15 और 16 नवंबर को वर्षा होने की संभावना है।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण 12 नवंबर से जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू होगी। इन भागों के साथ-साथ 13 और 14 नवंबर को बाकी पर्वतीय राज्य भी प्रभावित होंगे जब लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम तथा कुछ जगहों पर भारी वर्षा और हिमपात की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

इसे भी पढ़ें:दिल्ली प्रदूषण: दिल्‍ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए 30 नवम्‍बर तक पटाखों की बिक्री और इसके इस्तेमाल पर लगी रोक

गुलमर्ग, कुलगाम, श्रीनगर, लाहौल-स्पीति, धर्मशाला, चंबा, उना समेत उत्तर भारत के तमाम पर्वतीय शहरों में बर्फबारी की गतिविधियां हो सकती हैं। इसमें कई पर्यटन स्थलों पर भी हिमपात होने की संभावना है। भारी वर्षा और हिमपात की आशंका के मद्देनजर इस बात की भी संभावना है कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड समेत ऊंचाई वाले स्थानों पर अन्य सड़क संपर्क भी प्रभावित हो सकता है। यातायात में व्यवधान पड़ सकता है। कुछ जगहों पर हिमस्खलन और भूस्खलन की घटनाएं भी होने की आशंका है।

मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मौसम पर भी यह पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव डालने जा रहा है। उम्मीद है कि इसके चलते 13 या 14 नवंबर को एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और पंजाब के ऊपर विकसित होगा, जिससे मैदानी राज्यों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर 15-16 नवंबर को गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर, नवाशहर, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, पंचकूला, चंडीगढ़, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद भी प्रभावित हो सकते हैं। हरियाणा और पंजाब के दक्षिणी जिलों तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दक्षिणी जिलों में अपेक्षाकृत ज्यादा प्रभाव इस सिस्टम का नहीं होगा।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इससे सटे शहरों गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद में 15 और 16 नवंबर को कुछ स्थानों पर हल्की और कहीं पर मध्यम वर्षा की संभावना है। उम्मीद कर सकते हैं कि बारिश से दिल्ली-एनसीआर में भयानक हो गया प्रदूषण कुछ कम होगा और वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखने को मिलेगा। गौरतलब है कि 10 नवंबर को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था।

Image credit:Daily Excelsior

कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार:skymetweather.comअवश्य लिखें।

Similar Articles

thumbnail image
पश्चिमी विक्षोभ लगातार सक्रिय, हिमालयी राज्यों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी

इस बार मार्च में भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय बना हुआ है, जिससे पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों दोनों में प्रभाव देखने को मिलेगा। जहां हिमालयी राज्यों में बर्फबारी की कमी दूर होगी, वहीं उत्तर भारत के किसान ओलावृष्टि और बारिश के कारण सतर्कता बरतने की जरूरत होगी।

posted on:
thumbnail image
[Hindi] सम्पूर्ण भारत का मार्च 12, 2025 का मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटे के दौरान सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।सिक्किम और उत्तराखंड में भी हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। तमिलनाडु और पंजाब में हल्की बारिश होने की संभावना है।

posted on:
thumbnail image
रंगों के साथ बरसेंगे बादल, इस बार होली पर कई राज्यों में होगी बारिश

आमतौर पर, इस मौसम में होली के समय गर्मी महसूस की जाती है। लेकिन साल 2025 इसमें अपवाद साबित हो सकता है, क्योंकि इस बार देश के कई शहरों में होली के दौरान बारिश होने की संभावना है। खासकर उत्तरी मैदानी इलाकों में इस समय बारिश बहुत कम होती है, लेकिन इस बार मौसम कुछ अलग रहने वाला है।

posted on:
thumbnail image
धीमी होती हवाएं लाएंगी गर्मी, उत्तर और मध्य भारत में बढ़ेगा तापमान, फसलों पर होगा असर

पश्चिमी विक्षोभ और दबाव परिवर्तन के चलते हवाओं की गति में उतार-चढ़ाव हो रहा है। तेज़ हवाओं के कारण फसलों को नुकसान हुआ है, लेकिन अब जब हवाएं शांत हो रही हैं, तो तापमान बढ़ने लगेगा। होली के दौरान पंजाब और हरियाणा में बारिश की संभावना है, लेकिन तापमान गर्म बना रहेगा। इस बदलते मौसम का असर न सिर्फ कृषि पर बल्कि जल संसाधनों पर भी पड़ेगा।

posted on: